बीकानेर, साहित्य, रंगकर्म, संगीत, नृत्य एवं शिक्षा को समर्पित मौन साधक मानवीय संवेदना एवं प्रगतिशील विचारों के सशस्त पेरोकार वरिष्ठतम साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा का आज अंतिम संस्कार उनके पैतृक शमशान स्थल चतोलाई में हुआ। रंगा की देह आज पंचतत्व में विलीन हो गई।
रंगा को मुखाग्नि उनके पुत्र कमल रंगा, राजेश रंगा एवं पौत्र पुनीत, सुमित, अंकित एवं आशीष रंगा ने दी। उसी के साथ उनके सैकड़ों परिजनों एवं नगर के विभिन्न कला अनुशासन के गणमान्यों ने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। रंगा के निधन से प्रदेश ही नहीं देश के साहित्यिक और सांस्कृतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। रंगा की अंतिम शव यात्रा में नंदकिशोर सोलंकी, मालचंद तिवाड़ी, जाकिर अदीब, बुनियाद हुसैन, अमित गोस्वामी, कासिम बीकानेरी, बिशन मतवाला, शरद केवलिया, बुलाकी शर्मा, नगेंद्र किराडू, राजेंद्र जोशी, राजाराम स्वर्णकार, प्रेम व्यास, संजय आचार्य ‘वरूण‘, दाऊलाल ओझा, गंगा बिशन बिश्नोई, योगेश व्यास ‘राजस्थानी‘, गोपाल पुरोहित, प्रभात गोस्वामी, डॉ. फारूक चौहान, दयानंद शर्मा, डॉ. भुवनेश पुरोहित, डॉ. सोमनारायण पुरोहित, डॉ. ओमनारायण पुरोहित, शेख लियाकत अली, अरविंद सिंह कपूर, गिरिराज खैरीवाल, मुकेश शर्मा, राजेश पुरोहित, प्रभु गहलोत, रामेश्वर प्रसाद जोशी, रमेश मोदी, मोतीलाल हर्ष, कैलाश आचार्य, राकेश जोशी, ब्रह्यजी आचार्य, अमित आचार्य, नवनीत गोपाल पुरोहित, बुलाकी दास पुरोहित, हरिनारायण आचार्य, पवन भोजक, आसाराम शर्मा, मनमोहन व्यास, श्रीकांत व्यास, विजय किराडू, ओमप्रकाश स्वामी, पुरषोतम जोशी, चंद्रप्रकाश व्यास, अविनाश व्यास, शंभुदयाल व्यास, भगवान आचार्य, महेंद्र राठौड़, गिरधर किराडू, दिनेश श्रीमाली, राहुल व्यास, मधुसूदन व्यास, राजकुमार छंगाणी, रामचंद्र आचार्य, मंगलचंद्र रंगा, भैरूरतन रंगा, ज्योतिप्रकाश रंगा, शशिभूषण रंगा इसी तरह प्रदेशभर से रचनाकारों ने शोक व्यक्त किया। जिनमें भवानी शंकर व्यास ‘विनोद‘, मुकटमणी राज, डॉ. उषा किरण सोनी, शिवराज, संस्कृता, प्रमोद शर्मा, निर्मल कुमार शर्मा, विरेंद्र लखावत, ओम नागर, डॉ. मगत बादल, अब्दुल संबंध राही, विजया लक्ष्मी, डॉ. गजादान चारण, डॉ. सुमन बिस्सा, डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित आदि ने रंगा के निधन को साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताई।