बीकानेर,नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने आज केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला के बीकानेर आगमन पर मिलकर नोखा (बीकानेर) में साहीवाल व थारपारकर नस्ल की गाय का रिसर्च सेंटर स्थापित करने की मांग की ।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि बीकानेर का रसगुल्ला देश और दुनिया मे अपने मिठास की पहचान बना चुका है । इस ख्याति के पीछे जिसका अहम रोल है, वो बीकानेर जिले का वातावरण किसान पशुपालक और उसकी राठी, साहिवाल, थारपारकर गाय का दूध है । जिसका रसगुल्ला बनता है । अब गायो की ये नस्लें बहुत कम होती जा रही है जिससे दूध की गुणवत्ता कम हो रही हैं और जिसका सीधा सीधा असर बीकानेर के रस्गुल्ले में क्वालिटी पर पड़ रहा है।
बीकानेर जिले के किसान की अर्थव्यवस्था की रीढ है गाय का दुध और अब गाय की नस्ल सुधारने दुध का उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी अनुसधान संस्थान के सेन्टर बीकानेर जिले के नोखा, मुकाम, बज्जू, सत्तासर, कालू, अर्जुनसर, कुचोर अगुनी, मोमासर में स्थापित किये जाए । ताकि किसान पशुपालक को इन अनुसंधान केन्द्रों पर दुधारु नस्ल की थारपारकर, साहिवाल, गाय के आईवीएफ के माध्य्ाम से तैयार बछिया सांड व कृत्रिम गर्भादान के टिके मिल सके और जिले में गायो की नस्ल सुधार परियोजना का लाभ सीधा पशुपालकों को मिलेगा क्योकि इन नस्लों की गायें दूध भी ज्यादा देती है और गुणवत्ता भी अच्छी है । जिससे पशुपालक को दूध के दाम भी अधिक मिले और रसगुल्ले की गुणवत्ता भी बनी रहे ।