बीकानेर, यहां डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में शनिवार रात ‘संस्कृति के रंग होली के संग’ कार्यक्रम में होली के लोक गीत, भगवान जगन्नाथ की होली को साकार करता ओडिशा का गोटीपुआ नृत्य, महाराष्ट्र की मस्ती, उमंग और लावण्यता को दर्शाता लावणी डांस, असम का लोक नृत्य बीहू, गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में होली के दौरान कई दिन तक चलने वाला राठवा डांस, हरियाणा का फाग नृत्य, गुजरात का मणिहारो रास जैसी प्रस्तुतियों ने होली की उमंग बढ़ा दी। इनके साथ ही शोखावाटी अंचल का चंग नृत्य, बाड़मेर और जालोर की गेर, आंगी गेर, ब्रज की होली जैसी पेशकश से होली का रंग दर्शकों के सिर चढ़कर बोला। इतना ही नहीं, राजस्थान का चरी नृत्य, पंजाब का भांगड़ा डांस भी होली की मस्ती को द्विगुणित कर दिया।
रविवार को भी जमेगा रंग-
इन सभी नृत्यों और धमाकेदार प्रस्तुतियों के साथ ही रविवार को भी जब मंच पर दो क्विंटल फूलों से होली खेली जाएगी, तब दर्शकों के मन का मयूर नाच उठेगा, होली की मस्ती में झूम उठा।
…