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बीकानेर,सरकार की नई आबकारी नीति से शराब कारोबारियों का मोहभंग हो चुका है। शराब की दुकानें आबंटित करने में विभाग को पसीने छूट रहे हैं। जिले में 226 दुकानों में से 158 दुकानदारों ने नवीनीकरण करवाया है। शेष 68 दुकानों के लिए फिर से लॉटरी निकाली जाएगी। दुकानों के प्रति घट रहे रुझान से आबकारी विभाग की तमाम कोशिशें बेकार साबित हो रही हैं। सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी मोहनराम पूनिया ने बताया कि जिले को 226 दुकानों के लिए सरकार ने 359 करोड़ राजस्व का लक्ष्य दिया है, जिसमें से 158 दुकानों का नवीनीकरण कर 237 करोड़ का राजस्व अर्जित कर लिया गया। अब शेष रही 68 दुकानों को नीलाम कर 122 करोड़ का राजस्व अर्जित करना है।

ऑनलाइन आवेदन शुरू, नीलामी 13 को

जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि जिले में शराब की 58 दुकानों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। दुकानों के लिए पहली नीलामी 13 मार्च को होगी। इस दिन जो दुकानें नीलाम होने से बच जाएंगी, उनके लिए दूसरी नीलामी 20 मार्च को निकाली जाएगी। 20 मार्च को नीलामी में नहीं बिकने वाली दुकानों की अंतिम नीलामी 27 मार्च को होगी।

68 लाख अधिक का लक्ष्य

सरकार ने पिछले वर्ष 2022-23 में आबकारी विभाग को 291 करोड़ का लक्ष्य दिया था, जबकि इस बार 68 करोड़ बढ़ा कर 359 करोड़ कर दिया है। राजस्व लक्ष्य बढाने के साथ ही बीयर-शराब की कीमतें बढ़ गई हैं। आबकारी विभाग के मुताबिक बीयर पेटी पर 30 रुपए, अंग्रेजी शराब पेटी पर 50 रुपए, देशी शराब प्लास्टिक पेटी 41 रुपए व कांच की पेटी 40 रुपए महंगी हो गई है। नई दरें एक अप्रेल- 2023 से लागू होंगी।

नई नीति से बना रहे दूरी

शराब कारोबार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि सरकार की नई नीति में नियम-कायदे बहुत हैं। शराब दुकानों की गारंटी राशि बढ़ाई गई है, जिससे शराब की पेटी की कीमत बढ़ गई है। इतना ही नहीं, दुकानों को खोलने को लेकर बेहद परेशानी होती है। दुकानों की लोकेशन पास नहीं हो पाती, जिससे कई महीनों तक दुकान खुल नहीं पाती, जिसका सीधा नुकसान शराब ठेकेदार को होता है।

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