Trending Now












बीकानेर,आज बार एसोसिएशन, बीकानेर के नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री बिहारी सिंह ने अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमण्डल के साथ मिलकर जिला सत्र न्यायाधीश, बीकानेर से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान जिला सत्र न्यायाधीश श्री देवेन्द्र शर्मा ने श्री बिहारी सिंह को पिछले 52 वर्षों के बाद निर्विरोध निर्वाचित होने पर शुभकामनाएं दी, इस दौरान अध्यक्ष श्री बिहारी सिंह ने अधिवक्ताओं को आ रही समस्याओं के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि बार और बेंच के बीच आपसी सामंजस्य बना रहे तथा आपस में मधुर संबंध बने इसके लिए दोनों और से प्रयास किये जाने जरूरी है। श्री कुलदीप कुमार शर्मा सदस्य बार कौंसिल ऑफ राजस्थान द्वारा हाल ही में अधिवक्ताओं को हुए चैम्बर्स एलॉटमेन्ट में विद्युत संबंधी समस्याओं को दूर करवाने का निवेदन किया गया। जिस पर जिला सत्र न्यायाधीश, बीकानेर द्वारा पूर्ण रूप से आश्वासन देते हुए कहा कि बेंच की तरफ से पूरा प्रयास किया जावेगा और बार और बेंच के बीच गतिरोध उत्पन्न न हो इसके लिए भी बार और बेंच आपस में मिलकर पक्षकारों को न्याय दिलाने का कार्य करेंगे।

इसके अतिरिक्त नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री बिहारी सिंह द्वारा अवगत करवाया गया कि कोर्ट परिसर में रियासतकाल से निर्मित डाक घर बना हुआ है जो एक बीकानेर के इतिहास की एक धरोहर जो वर्तमान में प्रशासन द्वारा किसी अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है जिसके संबंध में श्री बिहारी सिंह द्वारा बिना कोई विलम्ब किये श्री अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रिय संस्कृति एंवम् संसदीय कार्यमंत्री, भारत सरकार, दिल्ली से टेलिफोनिकली वार्ता कर बीकानेर कोर्ट परिसर में बने रियासतकाल के डाकघर को इसी स्थान पर रखा जाकर उसके जीर्णोद्धार करने हेतु अवगत किया जिस पर श्री अर्जुनराम जी मेघवाल द्वारा बार एसोसिएशन, बीकानेर को पूर्ण आश्वस्त रहने के लिए कहा है तथा यह भी कहा कि कोर्ट परिसर में बने डाकघर को कहीं भी किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट नहीं किया जावेगा।

इस दौरान बार कौंसिल सदस्य कुलदीप शर्मा, पूर्व अध्यक्ष विवेक कुमार शर्मा, अक्षयचन्द गोदारा, ओम हर्ष, धन्नेसिंह, मुमताज अली भाटी, करण सिंह तंवर, सुरेश श्रीमाली कमलनारायण पुरोहित, अनवर अली, धर्मेन्द्र वर्मा, महेन्द्र जैन, संजय गौतम, रविन्द्र बरड़िया, मनोज बिश्नोई, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, जितेन्द्र सिंह शेखावत, अनिल सोनी, ओमप्रकाश जोशी, सरजीत सिंह आदि अधिवक्तागण उपस्थित रहे।

Author