Trending Now












बीकानेर,राजस्थानी हमारी मातृभाषा है मातृभाषा को उसका हक मिलना चाईये और इसके लिए केंद्र को तुरंत इसे आठवीं अनुसूची में शामिल करना चाईये ताकि दस करोड़ लोगों की भावनाओ का सम्मान हो तथा राजस्थनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो। राजस्थान सरकार भी राजस्थानी भाषा की उन्नति एवं विकास के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है ये उदगार व्यक्त करते हुए डॉ बी डी कल्ला ने आगामी 21 फरवरी 2023 को राजस्थानी मोट्यार परिसद द्वारा कचहरी परिसर में रखे गए लुंठौ धरणो कार्यक्रम का पोस्टर विमोचन किया। इससे पहले राजस्थानी मोट्यार परिसद के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा मंत्री जी से 21 फरवरी को राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान के समस्त विद्यार्थियों में राजस्थानी भाषा के महत्व तथा राजस्थानी संस्कृति के प्रचार- प्रसार हेतु पिछले सत्र की तरह इस सत्र में भी मातृभाषा दिवस मनाने का आदेश शिक्षा विभाग द्वारा निकलवाने का अनुरोध किया। तथा आगामी व्याख्याता भर्तियों में राजस्थानी के पद निकलवाने तथा अधिक से अधिक विद्यालयों में राजस्थानी विषय स्वीकृत करवाने का निवेदन किया।

इसके लिए मंत्री महोदय ने कहा कि आगामी भर्तियों में राजस्थानी भाषा के पद निकाले जाएंगे तथा मातृभाषा दिवस मनाने की बात पर भी गौर किया जाएगा। मोट्यार परिसद द्वारा रखे जाने वाले धरने का बीकानेर शहर के वार्ड पार्षदों ने भी समर्थन कर इसको अधिक से अधिक सफल बनाने का आह्वान आमजन से किया जिसमें पार्षद मनोज बिश्नोई, प्रफ्फुल हटिला,सुरेन्द डोटासरा आदि ने राजस्थानी भाषा हेतु होने वाले धरने में पधारने का अनुरोध भी सभी से किया।
इसके साथ ही राजस्थानी मोट्यार परिसद के प्रतिनिधि मंडल में मोट्यार परिसद के डॉ गौरी शंकर प्रजापत, डॉ हरिराम बिश्नोई,महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्याता रामावतार उपाध्याय,राजेश चौधरी, प्रशांत जैन, हिमांशु टाक, भगवानाराम, कमल मारू, किशन मोदी,एडवोकेट सुग्रीव सांखला आदि शामिल थे

Author