
बीकानेर,उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण के अनुसार केन्द्रीय चिकित्सालय, जयपुर में एक 55 वर्षीय महिला रोगी, जिनका एक फेफडा ही कार्य कर रहा था। उन्हें मंगलवार, 17.08.2021 को अत्यंत गंभीर अवस्था में बेहोशी की हालत में उत्तर पश्चिम रेलवे के केंद्रीय चिकित्सालय, जयपुर के आपातकालीन विभाग में लाया गया था। मरीज को पूर्व से ही अस्थमा, थॉयरॉइड और मिर्गी की बीमारी थी। उन्हें केंद्रीय चिकित्सालय, जयपुर के डॉक्टरों की एक टीम जिसमें एनेस्थेटिस्ट, फिजिशियन चेस्ट फिजिशियन रेजिडेंट डॉक्टर और समर्पित आईसीयू स्टाफ तथा अन्य सहायक कर्मचारी शामिल थे, ने तुरंत उपचार प्रदान करने के तहत सीपीआर दिया गया जिससे वह बेहोशी की हालत से होश में आई इसके बाद उन्हें तुरंत इंटुबैट किया गया और उनको वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। चिकित्सालय में बेहतर उपचार मिलने के बाद अब वह ठीक हो गई है और 27.08.2021 को पूरी तरह ठीक होने की स्थिति के बाद उनको छुट्टी दे दी गई है। यह केंद्रीय चिकित्सालय, जयपुर के चिकित्सकों का टीम वर्क से मरीज को बेहतर सेवाएं प्रदान कर उनको उत्कृष्ट उपचार प्रदान करने का उदाहरण है।