बीकानेर,विरासत संवर्द्धन संस्थान का दो दिवसीय विरासत संगीत समारोह शनिवार को गंगाशहर टीएम ऑडिटोरियम में शुरू हुआ। इस दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला मौजूद रहे। उन्होंने विरासत द्वारा कला को दिए जा रहे संरक्षण की प्रशंसा की।
समारोह का उद्घाटन विरासत के अध्यक्ष टोडरमल लालाणी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह का पहला दिवस राजस्थानी लोक संगीत को समर्पित रहा। संस्थान के जतन लाल दूगड़ ने बताया कि पहले दिन पाली की मैना राव व नोहर की रुखसाना मिरासी मुख्य गायिकाएं थी। मैना ने बायलो, हिचकी, लेता जाइजो आदि लोग गीतों से श्रोताओं में राजस्थान के रंग घोल दिए। वहीं रुखसाना ने मूमल, घूमर आदि गीतों से राजस्थान की पहचान करवाई। संगीत गुरू पुखराज शर्मा ने केसरिया बालम से माहौल संगीतमय कर दिया। इसके अतिरिक्त विरासत की क्लासेज में सीख रहे कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। इनमें कोमल पुगलिया, लता, गरिमा, प्रिया पारख आदि शामिल थे।
संस्थान अध्यक्ष टोडरमल लालाणी, भैरव प्रसाद कत्थक व कामेश्वर प्रसाद सहल ने डॉ बीडी कल्ला का स्वागत अभिनन्दन किया। कार्यक्रम में बीकानेर के गणमान्य उपस्थित रहे। संस्थान के संपतलाल दूगड़ ने बताया कि सभी कार्यक्रम अध्यक्ष टोडरमल लालाणी के निर्देशन में हो रहे हैं। रविवार को फिल्मी गीतों पर आधारित कार्यक्रम होगा।