Trending Now












बीकानेर,शेयर की दुनिया की विश्वसनीय कंपनी चंद्रकला ब्रोकिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में गुरुवार शाम सांस्कृतिक राजस्थान की नई स्टार मिस मूमल गरिमा विजय का आगमन हुआ। चंद्रकला के गंगाशहर स्थित हैड ऑफिस में मिस मूमल के आगमन पर उनका स्वागत किया गया। राजस्थानी संस्कृति को प्रजेंट कर युवाओं की प्रेरणा बन रही मिस मूमल-2023 गरिमा ने चंद्रकला की सक्सेज स्टोरी जानी। इस दौरान चंद्रकला के सुमति सुराणा ने कंपनी की शुरुआत से सफलता के मुकाम तक किए गए संघर्ष साझा किए। सुराणा ने कहा कि क्लाइंट्स का हित ही चंद्रकला का मूल मंत्र है। वे अपने क्लाइंट्स का फायदा देखते हैं, इसी वजह से आज देशभर में उनकी शाखाएं फैल चुकी है। डायरेक्टर सुमति सुराणा ने शेयर बाजार सट्टा नहीं है, बल्कि व्यापार है। इसमें निवेश किया जाता है तब फायदा ही फायदा होता है। उन्होंने कहा कि गरिमा अपनी संस्कृति की गरिमा अक्षुण्ण रखते हुए आगे बढ़ रही हैं। आज वें स्टार बन चुकी है। संस्कृति को सहेजते हुए आगे बढ़ने वाली गरिमा युवाओं के लिए प्रेरणा है।

इस दौरान मिस मूमल गरिमा विजय ने सभी को मोटिवेट किया। उन्होंने चंद्रकला ब्रोकिंग के संघर्ष और कार्यशैली को प्रेरणादाई व अनुकरणीय बताया। गरिमा ने मिस मूमल में हुई ऐतिहासिक विजय के पीछे छिपे संघर्ष को भी बताया। इस दौरान उनका साफा पहनाकर व सम्मान पत्र प्रदान कर अभिनंदन किया गया। पार्षद मंजू देवी सोनी ने गरिमा की उपलब्धि पर खुशी जताई। सभी ने मिस मूमल के साथ सेल्फी ली।
वहीं अमरचंद बैद, ललित बोथरा, दिलीप कातेला, अशोक सिपाणी, सुनील सुराणा, प्रकाश सुराणा, श्रीपाल कोचर, मानमल सोनी, संजय जोशी, अशोक बोथरा, संगीता सुराणा, रेखा सुराणा, सोनाली सुराणा, सोनम सुराणा, बबिता सामसुखा, रंजना कोचर सहित चंद्रकला की टीम के सिद्धार्थ, सौरभ, बलराम, संपत्त, वरुण, अंजली, चेष्ठा, नवरतन, आकाश, मुकेश व संपत्त ने पुष्प गुच्छ भेंट कर मिस मूमल का अभिनंदन किया। इस दौरान अक्षर गणेश आर्ट से उम्दा पहचान बनाने वाली बीकानेर की बेटी वर्षा जोशी का अभिनंदन किया गया। पार्षद मंजू देवी सोनी का भी अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में मानमल सोनी ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि मिस मूमल गरिमा भारतीय संस्कृति का उभरता चेहरा है, तब वह खुद को आने से रोक नहीं पाए। सोनी ने कहा कि संस्कृति की गरिमा क्या होती है, यह बात गरिमा विजय से सीखी जा सकती है। कार्यक्रम का संचालन संदीप सुराणा ने किया।

Author