बीकानेर, फगोत्सव के तहत द्वारकाधीश मंदिर में प्रथम राल दर्शन मंगलवार शाम साढ़े सात बजे गोवर्धन चौक पर हुआ। राल दर्शन के दौरान गोवर्धन चौक पर दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रही।श्रीद्वारिकाधीश के सामने परंपरा के अनुसार राल के दर्शन की परंपरा निभाई जाती है।
पिछले साल से गोवर्धन चौक पर आम श्रद्धालुओं के लिए राल के दर्शन शुरू किए गए थे। गोवर्धन चौक में ही राल के बाद गुलाल भी उड़ाया जाता है। इसके बाद मंदिर के पट खोल दिए गए। राल एक विशेष प्रकार की औषधि है, जिसे कपड़े में भरकर जलती हुई मशाल पर फेंका जाता है।
जिससे आग का एक बड़ा गोला निकलता है। आग के इस गुब्बारों से गर्मी का एहसास होता है। माना जाता है कि इस गर्मी से ठंड का असर भी कम हो जाता है। द्वारकाधीश मंदिर में फगोत्सव के तहत राल और गुलाल के दर्शन 6 से 7 बार होते हैं।