बीकानेर.भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने शनिवार को बीकानेर दौर पर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान आज हर मामले में नंबर वन है, लेकिन वह नंबर वन जनता को पसंद नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि बजट के बाद प्रदेश में मध्यावधि चुनाव के संकेत नजर आ रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस की फूट थम नहीं रही है.
चतुर्वेदी शनिवार को देहात भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष जालम सिंह भाटी के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करने आए. इस दौरान उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, दुष्कर्म, साइबर फ्रॉड, लूटपाट और गैंगवार जैसी घटनाओं में राजस्थान नंबर वन है. आज प्रदेश की राजधानी में भी किसी बाजार में कभी भी गोली चल जाए इस बात का पता नहीं चलता. उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से फेल है और सरकार की आपसी खींचतान किसी से छिपी नहीं है और 4 सालों में सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है.
पायलट के बहाने साधा निशाना: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए अरुण चतुर्वेदी ने सचिन पायलट का नाम लेकर कहा कि अपनी ही पार्टी के पूर्व उप मुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मुख्यमंत्री ने किस तरह के बयान दिए हैं. अब उन्हीं के साथ राहुल गांधी की यात्रा में गले में हाथ डालकर नजर आए. उन्होंने कहा कि पार्टी में आपसी खींचतान है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने कुर्सी बचाने के लिए कांग्रेस के विधायकों और कांग्रेस समर्थित विधायकों को खुलेआम लूट की छूट दे रखी है. उन्होंने कहा कि इस बजट के बाद राजस्थान में मध्यावधि चुनाव के संकेत देखने को मिल रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस की फूट थम नहीं रही है.
हर बात में मोदी पर आरोप: चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुबह उठने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरोप लगाना शुरु करते हैं. हर बात में केंद्र सरकार पर दोषारोपण करते हैं. यह तो वह बात हो गई कि खुद की घर में खाना नहीं बना और पड़ोसी पर दोष. उन्होंने कहा कि चाहे बात को भीड़ की हो या फिर और किसी योजना की, हर बात में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर दोष डालना मुख्यमंत्री की आदत बन गया है. जब वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं तो उन्हें राजस्थान को संभालना चाहिए और यदि उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है तो उन्हें कुर्सी खाली कर देनी चाहिए. भाजपा यहां शासन करने के लिए तैयार है.
मुख्यमंत्री के चेहरे पर बोले: इस दौरान भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर उन्होंने कहा कि यह मीडिया में चर्चाओं की उपज है. पार्लियामेंट्री बोर्ड ही सब कुछ तय करता है. पार्टी के प्लेटफार्म पर सब नेताओं की सहमति से ही सब कुछ है होता है.