बीकानेर,,बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के द्वारा ग्राम विकास एवं कार्य योजना यू एस आर विज़न के तहत गोद लिए गांव पलाना में स्वास्थ्य शिविर एवं प्रौढ़ साक्षरता कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय सामाजिक दायित्व के अंतर्गत गांव पलाना को गोद लिया गया है, जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न जन जागरूकता से संबंधित कार्य किए जा रहे हैं। कुलपति प्रोफेसर अंबरीश शरण विद्यार्थी ने कहा कि जब तक वृक्ष की जड़े मजबूत न हो वह हरा भरा नहीं हो सकता। इसी तरह जब तक गांव खुशहाल न हो देश की तरक्की नहीं हो सकती क्योंकि असली भारत गांवों में बसता है। भारत का ग्रामीण जीवन, सादगी और शोभा का भण्डार है। ग्रामीणों की आय का प्रमुख साधन कृषि है। जब तब वो स्वस्थ्य साक्षर और हाइजीनिक नही होंगे तो अपने कार्य में दक्षता नही ला पाएंगे। गांव में जागरूकता पैदा करने से इस दिशा में गति आएगी। हमे गर्व है कि इस कार्य में बी टी यू, बीकानेर हिस्सा बन रहा है।
कार्यकर्म के संचालिका डा अनु शर्मा एवं डा प्रीति पारीक ने बताया कि मन और तन से तंदुरुस्ती हमे हर कार्य में सफल बना सकती है। इसमें ग्रामीणों को बताया गया खान पान और सुव्यवस्थित जीवन शैली अपना कर की कैसे अपने आप को हम स्वस्थ रख सकते है। सफाई हाइजेनिक का हमारे जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में गुरु सिखाये।साथ ही साथ मास्क, सैनिटरी नैपकिन और सेनिटाइजर का वितरण किया गया। गांव की खुशहाली तभी संभव है जब वहा कचरे का सही निस्तारण हो तथा गोबर को जैविक खाद के रूप में उपयोग लिया जाए। साकेत जांगिड़, नटवर कड़वासरा कार्यक्रम के संचालक ने प्रौढ़ साक्षरता के तहत शिक्षा का महत्व बताया। उन्हें मूलभूत शिक्षा का ज्ञान दिया बताया की घर की महिला अगर शिक्षित होगी तो अपने परिवार का सही विकास कर पाएगी। पलाना में स्वास्थ्य शिविर का राज्य सरकार की एवं सीएमएचओ की टीम के सहयोग से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम के सभी लोगों को स्वास्थ्य का पूर्ण चेकअप किया गया एवं ग्राम वासियों को सफाई रखने के लिए प्रेरित किया गया। इसी के साथ साथ जो ग्रामवासी हैं उनको प्रौढ़ शिक्षा का महत्व बताया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अधिकारियों व पी एच सी की टीम एवं गांव वालों ने भरपूर सहयोग दिया। आश्वासन दिया कि हम आपके द्वारा बताई गई शैली को अपने जीवन में अपनाएंगे और अपने गांव को खुशहाल बनाएंगे।