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बीकानेर,करोड़ो लोगों की जन भावना और अस्मिता के साथ-साथ प्रदेश की प्रमुख राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर को रचनात्मक एवं सृजनात्मक स्तर पर गतिशील बनाने के लिए राज्य सरकार राजस्थनी साहित्य अकादमी उदयपुर की तरह ही राजस्थानी अकादमी को गत 3 सालों के बकाया पुरस्कार प्रदत्त करने हेतु अतिरिक्त बजट का शीघ्र आवंटन करें।

इस महत्वपूर्ण साहित्यिक मांग बाबत राजस्थानी युवा लेखक संघ के प्रदेशाध्यक्ष एवं राजस्थानी मान्यता आंदोलन के प्रवर्तक कमल रंगा ने राज्य के मुख्यमंत्री अशेाक गहलोत एवं कला साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी.डी. कल्ला को जरिये पत्र अनुरोध किया है कि वह शीघ्र इस बाबत कार्यवाही कर राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति बाबत सकारात्मक सोच का परिचय देते हुए उचित निर्णय करवावें।

रंगा ने कहा कि उक्त निर्णय से प्रदेश के अधिकतम साहित्यकारांे का सम्मान होगा। जिससे राजस्थानी अकादमी की गतिशीलता होगी जो हर्ष का विषय होगा।
ज्ञात रहे अकादमी अध्यक्ष के नियुक्ति/मनोनयन में विलम्ब होने के कारण राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में लम्बे समय से कोई सृजनात्मक एवं रचनात्मक गतिविधियां नहीं हो पाई। अतः अतिरिक्त बजट के आवंटन उपरांत निश्चित तौर पर इस क्षेत्र में प्रभावी ढंग से गतिशीलता आयेगी।

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