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बीकानेर,भामाशाह भंवर कुलरिया ने गौसेवार्थ के लिए सुपार्श्वमती गौशाला मानसर को एक लाख रुपये भेंट किए हैं। भंवर कुलरिया ने अपनी सास को यह राशि देर से दी। सुवती देवी मकड़ की पत्नी कीर्तराम मकड़ की स्मृति में प्रस्तुत।भंवर कुलरिया ने कहा कि गौ सेवा का पाठ हमें सनातन धर्म से ही मिलता है। गौ सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने अन्दर गौ सेवा की भावना जगानी चाहिए। ऐसा करके भारत की समृद्ध संस्कृति को और समृद्ध किया जा सकता है।

इस मौके पर मुन्नी देवी कुलरिया, राजेश, नरेंद्र, गोपीकिशन, मोहित, भावना कुलरिया, दलूराम मकड़, गिरधारीराम, बिद्दाराम, लक्ष्मणराम, रामेश्वरलाल, दुलाराम, नाथूराम, चूनागिरी, शिवरतन पारीक मौजूद रहे। गौरतलब है कि भंवर कुलरिया अपने पिता ब्रह्मलीन गौसेवी संत दुलाराम कुलरिया के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं। भंवर कुलारिया ने हाल ही में अपनी पोती की याद में गौशालाओं को 51 लाख रुपये की राशि दान की थी। इसके अलावा शिक्षा, पर्यावरण, गौ सेवा और समाज सेवा के लिए करोड़ों रुपए की राशि निःशुल्क भेंट की गई है।

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