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बीकानेर,धार्मिक आचरण और व्यवहार से हमेशा सदकार्य करने की प्रेरणा मिलती है। ऐसा ही एक धार्मिक जप उपक्रम निरंतर गतिमान है बीकानेर के विशिष्ट क्षेत्र धर्म नगरी गंगाशहर में। जहां प्रत्येक रविवार को एक निश्चित समय पर किया जाता है सामूहिक जप।

धर्मेंद्र डाकलिया ने बताया की इस जप ग्रुप द्वारा नियमित रूप से प्रत्येक रविवार को ग्रुप के नियमित सदस्य के घर पर नमस्कार नमस्कार महामंत्र और लोगस्स का जप और भक्ति भजनों का क्रम चलता है।

मनीष बाफना ने बताया कि नमस्कार महामंत्र जप इसलिए विशिष्ट नही है की जैन धर्म और संस्कृति से जुड़ा है, वरन इसलिए महत्वपूर्ण है की इसमें प्रत्येक केवली यानी त्रिकाल ज्ञान संपन्न, अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और संतों को नमन किया जाता है, इस दृष्टि से यह मंत्र जप सभी धर्म और संप्रदाय को जोड़ने वाला मंत्र है इसीलिए इसे महामंत्र की संज्ञा दी गई है।

देवेंद्र जी बोथरा ने बताया की तीर्थंकर स्तुति के रूप में लोगस्स का जप और भक्ति भजनों का आयोजन भी समाहित है ।
अनिल जी सेठिया ने बताया की यह क्रम विगत 3 महीनो से निरंतर जारी है और सदस्यों में काफी उत्साह है और धीरे धीरे लोगों में आकर्षण बढ़ता जा रहा है ।

मनोज जी सेठिया ने बताया की आज का जप छगन मल जी नवरतन जी तातेड के घर पर था जिसमे देवेंद्र जी बोथरा, छगनमल जी तातेड, दीपचंद जी रांका, किशन लाल जी बेद, मनोज जी सेठिया, धर्मेंद्र जी डाकलिया, निर्मल जी तातेड, अनिल जी सेठिया, नवरतन तातेड, मनीष जी बाफना, शिखर जी तातेड, विनोद जी भंसाली, अनिल जी बेद, मांगीलाल जी बोथरा, हेमराज जी गुलगुलिया, राजेश जी बुच्चा, दीपक जी बोथरा, सुरेंद्र जी तातेड आदि की सहभागिता रही

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