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बीकानेर,हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच पीएचईडी के अधिकारी गर्मी में पीने के पानी को लेकर परेशान हैं। कारण यह है कि मई के महीने में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होगी उस समय नहर से पानी आना पूरी तरह बंद हो जाएगा।शहर में 15 दिन पेयजल क्षमता का भंडारण होगा। इसके लिए जल संग्रहण से लेकर घरों तक पहुंचाने तक का ग्रीष्मकालीन आकस्मिक योजना तैयार कर शासन को भेजी गई है। इसकी कीमत करीब सात करोड़ रुपए है।

सात करोड़ में से करीब पांच करोड़ रुपये सिंगल फेज बोरवेल, मोटर, केबल, बरमा आदि संसाधनों पर खर्च किए जाएंगे। लगभग दो करोड़ रुपये उन क्षेत्रों में पानी पहुंचाने के लिए परिवहन पर खर्च किए जाएंगे जहां जल संकट की स्थिति होगी। . दो महीने पहले ही सारी व्यवस्था करनी होती है, इसलिए तैयारी शुरू हो गई। कुछ कार्यों की स्वीकृति मिली है। टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई। कई कार्यों की स्वीकृति का इंतजार है। फरवरी माह में काम शुरू होगा और मार्च तक पूरा हो जाएगा, तभी इन व्यवस्थाओं का पूरा लाभ मिल पाएगा।

कितनी नहरें बंद : नहर बंद होने की संभावित तिथि 28 मार्च है। यदि यह 60 दिन की होती है तो प्रथम 30 दिन आंशिक रूप से पूरी होगी। यानी अप्रैल में आंशिक रूप से पेयजल आपूर्ति होगी। अगले 30 दिनों तक आपूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी। ऐसे में मई के महीने में बिल्कुल भी पानी नहीं होगा। इस दौरान शहर में 15 दिन का भंडारण होगा। ऐसे में वैकल्पिक आपूर्ति की जाएगी।इतने पानी की जरूरत : सर्दियों में हर दिन 115 एमएलडी पानी की जरूरत होती है। यह सब आपूर्ति की जा रही है। गर्मियों में यह जरूरत 150 एमएलडी तक पहुंच जाती है। पूरी क्षमता से दोनों संयंत्र 135 से 140 एमएलडी उत्पादन कर सकते हैं।

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