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बीकानेर,राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले जहां कांग्रेसी खेमे की खींचतान शांत है वहीं बीजेपी खेमे में सीएम फेस को लेकर अब सुगबुगाहट तेज हो गई है. सूबे में बीजेपी की ओर से 2023 के लिए सीएम का चेहरा कौन होगा यह अब यक्ष प्रश्न बन गया है जिसका जवाब जानने की बैचेनी सियासी गलियारों में देखी जा सकती है.बीजेपी में लंबे समय से अनाधिकृत तौर पर वसुंधरा राजे, सतीश पूनियाऔर मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम इस रेस में चल रहा है. हालांकि बीजेपी के राज्य प्रभारी और दिल्ली से आए तमाम नेताओं ने पीएम मोदी के नेतृत्व और कमल के निशान पर चुनाव लड़ने की पैरवी की है. अब ताजा घटनाक्रम यह हुआ है कि देश की राजधानी दिल्ली में 16-17 जनवरी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है.

बैठक में पीएम मोदी से लेकर अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष समेत तमाम नेता रहेंगे. वहीं राजस्थान से बैठक में वसुंधरा राजे से लेकर सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेता होंगे. ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि अगले एक हफ्ते में दिल्ली से राजस्थान में किसके हाथ में इस बार कमान रहेगी इसका फैसला हो सकता है.

बीजेपी की आंतरिक खींचतान होगी दूर !

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले एक हफ्ते में दिल्ली से यह फैसला हो सकता है कि राजस्थान में इस बार पार्टी की कमान किसके हाथों दी जा रही है. बताया जा रहा है कि कार्यकारिणी में कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत आगामी चुनावों को लेकर पार्टी अपनी दिशा और रणनीति तय करेगी.ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. क्या नाराज नेताओं को मनाने के लिए उनको चुनाव प्रबंधन समिति जैसी जिम्मेदारी देने की रणनीति बनेगी. या सिर्फ पीएम मोदी को ही चेहरा मानते हुए पार्टी चुनावों में जाएगी. इसको लेकर रणनीति स्पष्ट हो जाएगी.

राजस्थान में सीएम फेस पर है रार !

गौरतलब है कि राजस्थान में इस बार बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसका हर किसी को लंबे समय से इंतजार है. वहीं बीजेपी की कार्यकारिणी से पहले अब राजस्थान में हलचल भी तेज हो गई है. हाल में टोंक में बीजेपी की जन आक्रौश रैली में बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर ने गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान का नेतृत्व करने की अपील की थी जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गरम हो गया.वहीं इससे पहले उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर के आमेर में एक सभा के दौरान सतीश पूनिया की तुलना भैरोसिंह शेखावत से की और उन्हें राजस्थान का धरती पुत्र बताया. इससे पहले अर्जुनराम मेघवाल भी पूनिया को उगता सूरज कह चुके हैं. इन सबके बीच वसुंधरा राजे ने लगातार चुप्पी साध रखी है.

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