बीकानेर.प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधीन ही शिक्षण सत्र के लिए 5वीं और 8वीं कक्षा की परीक्षा सम्पन्न कराई जानी है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र विद्यालयों को जमा कराने हैं. अंतिम तिथि करीब ही है लेकिन प्रक्रिया की चाल बेहद धीमी है. यही वजह है कि पंजीयक यानी रजिस्ट्रार (शिक्षा विभागीय परीक्षाएं) बेहद नाराज हैं. नाराजगी को उन्होंने एक चेतावनी पत्र के जरिए जाहिर किया है.
आंकड़ों के जरिए जताया खेद- पंजीयक नीरू भारद्वाज ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कार्य प्रगति संतोषजनक न होने पर खेद जताया है और सख्त निर्देश जारी किए हैं. जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में भारद्वाज ने लिखा है- बहुत खेद का विषय है कि बुधवार तक शालादर्पण रिपोर्ट के अनुसार कक्षा 8 में 27.50 फीसदी और कक्षा 5 में 17.43 फीसदी आवेदन प्रारम्भ किए गए. ये बहुत कम हैं.
इन आंकड़ों के जरिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों को निशाने पर लिया है. गति को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. जिला शिक्षा अधिकारी को जिले के नियंत्रक शिक्षाधिकारी होने का हवाला देते हुए उन्होंने सीधे सीधे लिखा है कि इस देरी के जिम्मेदार आप लोग ही हैं. दरअसल, 5वीं और 8वीं ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तारीख आगामी 16 जनवरी है.
स्थिति खराब, पाबंद करने के निर्देश- आवेदन की प्रक्रिया के धीमी होने को लेकर जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में संबंधित अधिकारियों को पाबंद करने के निर्देश भी पंजीयक ने जारी किए हैं. साथ ही उन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि का इंतजार नहीं करते हुए समय पर इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं. ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया में सभी जिलों को 16 जनवरी तक कार्य को पूरा करना है लेकिन बुधवार को पंजीयक ने सभी जिलों की रिपोर्ट जारी करते हुए जिलेवार ब्यौरा दिया है. हैरत की बात यह है कि शिक्षा निदेशालय होने के बावजूद बीकानेर के हालात भी अच्छे नहीं है.
शालादर्पण क्या?- रजिस्ट्रार ने शाला दर्पण रिपोर्ट की बात की है. आखिर क्या है ये? तो ये एक पोर्टल है के माध्यम से राजस्थान के छात्रों से संबंधित सभी जानकारी उनके माता-पिता प्राप्त कर सकते हैं. पोर्टल राजस्थान के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शुरू किया है. यहां जानकारी सिर्फ सरकारी स्कूलों के छात्रों के बारे में ही प्राप्त की जा सकती है. इस पोर्टल के माध्यम से माता-पिता स्कूलों से संबंधित जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं. शाला दर्पण पोर्टल का जिम्मा राजस्थान सरकारी शिक्षा विभाग ने उठा रखा है.