बीकानेर,कुल 57.86 लाख दिन लगना था, 40.08 लाख लगे, बाकी 30.71% को लगा टीका, काेविड के नए वैरिएंट की आहट से इस बीमारी का खतरा फिर मंडरा रहा है। मॉक ड्रिल के जरिए इलाज और काेविड प्रबंधन की समीक्षा शुरू हो गई है।ऑक्सीजन क्षमता मापी जा रही है। इन सबके बीच बचाव का सबसे अहम साधन टीकाकरण बंद हो गया है.
आलम यह है कि 14 जून के बाद एक बार भी कावैक्सिन नहीं लग पाई है। कैविशील्ड की आखिरी डिलीवरी अगस्त में हुई थी, जबकि बच्चों के लिए कार्बीवैक्स की कोई खेप जुलाई के बाद नहीं आई। ऐसे में वैक्सीन के 19 हजार दिन बीत जाने के बाद भी जिले में वैक्सीन नहीं है। यह दिन भी 31 जनवरी को समाप्त हो रहा है। ऐसे में स्कूल खुलते ही 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के वंचित बच्चों को यह डेज लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके बावजूद बच्चों का टीकाकरण तक पूरा नहीं हो पाएगा। कारण अभी इस उम्र के बच्चों को करीब 53 हजार दिन देना बाकी है। बीकानेर में 12 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की कुल संख्या 20 लाख 39 हजार 796 आंकी गई है।इन सभी को दो दिन के हिसाब से 40 लाख 79 हजार 592 दिन लगाना है। इसके अलावा 17 लाख 06 हजार 864 की घोषणा दिवस निर्धारित किया जाना है। इसमें कुल 57 लाख 86 हजार 456 दिन लगाने हैं। अब तक 40 लाख 08 हजार 976 दिन व्यतीत हो चुके हैं। यानी अभी 17 लाख 77 हजार 480 दिन पूरे होने बाकी हैं। यानी अब तक 30.71 फीसदी टीकाकरण बाकी है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन कब मिलेगी, लेकिन मिलने के बाद हर दिन औसतन 5000 दिन दिए जाते हैं, तब भी टीकाकरण का यह आंकड़ा पूरा होने में 355 दिन लगेंगे।