बीकानेर,जयपुर। जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित करने का विरोध अब केवल भारत मे ही नही बल्कि विदेशों में जैन धर्म से जुड़े लोगों ने भी करना शुरू कर दिया है। इसी बीच मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ” उन्हें सम्मेद शिखर को लेकर आंदोलन की जानकारी नही है, जानकारी लेकर ही वह कुछ कह पाएंगे ” इस बयान के बाद जैन समाज मे आक्रोश फैल गया है ओर मुख्यमंत्री के इस बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया है।
अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि मंगलवार हेमंत सोरेन का बयान जैन समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला था, पिछले डेढ़ – दो महीनों से भारतवर्ष का जैन समाज सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। दिल्ली और यूपी में आमरण अनशन हो रहे है। राजधानी जयपुर में एक दिगम्बर जैन मुनि ने नो दिनों तक आमरण अनशन कर अपने प्राणों का बलिदान दे दिया, इसके बाद अब उन्ही के संघ के दूसरे मुनि समर्थ सागर महाराज ने अनशन शुरू कर दिया। केवल यही नही दो-तीन बार जैन समाज के प्रतिनिधियों ने हेमंत सोरेन से मुलाकात कर अपनी बात रखी और सम्मेद शिखर को लेकर ज्ञापन भी सौपा है। उसके बावजूद मुख्यमंत्री गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी कर समाज की भावनाओ को आहत पहुंचा रहे है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने इस कृत्य के लिए जैन समाज से माफी मांगे, अगर माफी नही मांगते है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा।
अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा की जैन समाज अहिंसक समाज है और अहिंसा के सिद्धान्तो का पालन करते हुए दिल्ली, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार सहित समस्त राज्यो में बिना किसी को कोई नुकसान पहुंचाए, कानून के दायरे ने रहकर आंदोलन कर रहे है, उसके बावजूद जैन समाज की मांगों को सुना तक नही जा रहा बल्कि अर्नगल बयानबाजी कर जिम्मेदार लोग समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर आहत कर रहे है। जबकि जो लोग रेलवे ट्रेक उखाड़ देते है, सड़कों पर तोड़-फोड़ कर देते है, राहगीरों को नुकसान पहुंचाते हैं उन लोगों को यह सत्ताधारी जिम्मेदार लोग सम्मान देते और फ़ौरन उनकी मांगों को सुनते भी है व कार्यवाही भी कर देते है। यह हेमंत सोरेन का बयान शर्मशार कर देने वाला है, वह एक राज्य के मुख्यमंत्री है और सम्मेद शिखर उनके राज्य में आता है, पूरे देशभर में आंदोलन चलने के बावजूद अगर उनको इसकी जानकारी नही है तो उनको अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिये। सकल जैन समाज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान की घोर निंदा करता है।