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बीकानेर,नाल,नाल में जापान के ओसाका से नाल पहुची मेगीमी यहां एक ऊंट की फर कटिंग (बाल) काट रही ह इसमें वो ऊंट पर अनेक चित्र कटिंग द्वारा तैयार कर रही ह,उनके साथ आये को आर्डिनेटर अनिमेष कुमार ने बात चीत करते हुवे बताया कि मेगीमी फर कटिंग के साथ साथ राजस्थनी खाना बनाने के साथ ही इस बार ऊंट उत्सव में होने वाले  राजस्थनी पगड़ी  बाधने के कम्पीटिशन में भी भाग लेंगी इस हेतु ये पगड़ी बांधनी भी सिख रही ह ,ऊंट की फर कटिंग बहुत मेहनत व लग्न का कार्य है इसके लिए मेगीमी रोजाना सवेरे 8 बजे से शाम को 6 बजे तक निरन्तर कार्य करती है ,अब ऊंट उत्सव नजदीक आने के कारण कार्य कल बुधवार से सवेरे 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक किया जाएगा ,मेगीमी 9 दिसम्बर को बीकानेर आई थी व 13 दिसम्बर को कार्य चालू किया था जो 12 जनवरी तक पूरा करके ये बीकानेर में होने वाले अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव में भाग लेंगी ,इसके लिए इसने नाल में ही एक मकान किराए पर ले रखा है व ये यही पर रहती है ,इनके साथ जापानी मीडिया के भी आये हुवे है वो बीकानेर में रहते ह व सवेरे जल्दी नाल पहुच जाते ह ओर पूरे दिन ऊंट के फर कटिंग की रिकार्डिंग करते ह वही मेगीमी ने बताया कि उन्हें राजस्थान व बीकानेर बहुत पसंद ह व ये पिछले कई वर्षों से बीकानेर आती रही ह व पिछले दो वर्ष करोना के कारण नही आ पाई थी इस वर्ष इन्होंने नया वर्ष जैसलमेर में मनाया था व नव वर्ष मनाकर तुरन्त वापिस नाल आ गई थी यहां के लोग उन्हें बहुत अछे लगते ह वो  मिलने आने वालों सभी  से घुल मिल कर उनसे टूटी फूटी हिंदी में बात करने की कोशिश करती ह नाल के ग्रामीण पूर्व वार्ड पंच ओमप्रकाश सोनी,बिरजुराम मेघवाल,भगवानराम मेघवाल आदि ने इनके राजस्थान के जहाज ऊंट की फर कटिंग करने के इस कार्य की कुशलता देख कर सराहना की है।

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