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बीकानेर,राजस्थान में एक बार फिर गैंगवार की घटनाएं बढ़ी है. गैंगस्टर राजू ठेहठ की दिनदहाड़े हत्या ने जहां कानून व्यवस्था की पोल खोल दी तो वहीं एक बार फिर प्रदेश में सक्रीय बड़े गैंग्स के बीच वर्चस्व की लड़ाई की बानगी भी देखने को मिली.राजस्थान में गैंगवार का इतिहास महज 25 साल पुराना है. तब भेराराम हत्‍याकांड से प्रदेश में गैंगवार की शुरुआत हुई थी. लेकिन आज प्रदेश में कई सारी छोटी बड़ी गैंग एक्टिव है.

ये है राजस्थान की सबसे एक्टिव गैंग्स

आनंदपाल गैंग

गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का सालों पहले भले ही एनकाउंटर हो गया हो लेकिन आज भी आनंदपाल गैंग के सदस्य सक्रीय है. आनंदपाल का नाम ना सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश के सबसे बड़े गैंगस्टर के रूप में दर्ज है. आनदपाल का इतना खौफ था कि पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 10 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था. साल 2017 में चुरू पुलिस और एटीएस एसओजी की टीम ने आनंदपाल को एनकाउंटर में मार गिराया. लेकिन उसका गैंग आज भी सक्रीय है. डॉन अनुराधा, सुभाष नेहरा समेत कई गैंगस्टर्स उसका गैंग आज भी पुलिस की पकड़ से दूर चला रहे हैं.

राजू ठेहठ गैंग

गैंगस्टर राजू ठेहठ और गैंगस्टर आनंदपाल के बीच जमार वर्चस्व की जंग चली. लेकिन आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजू ठेहठ का एकछत्र राज हो गया. सीकर और जयपुर के बीच राजू ठेहठ का गैंग सक्रीय था. हालांकि कुछ वक्त पहले राजू ठेहट ने जुर्म की दुनिया से दूर सियासत में कदम रखने का मन बना लिया था. लेकिन 3 दिसंबर 2022 को सीकर में राजू ठेहट पर विरोधी गैंग ने गोलिया बरसा दी, जिसमें उसकी मौत हो गई. राजू ठेहठ के गैंग में 200 से भी ज्यादा सक्रीय मेंबर्स थे.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग

आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग तेजी से सक्रीय हुई. आनंदपाल की बिखरी हुई के कई सदस्यों ने लॉरेंस बिश्नोई का दामन थामा. लॉरेंस गैंग के सदस्य अब भी बड़े कारोबारियों को धमकाकर रंगदारी वसूलने, सुपारी लेकर मर्डर करने और जमीनों पर कब्जे कर अपनी रंगदारी जमा रहे हैं. हालांकि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है, लेकिन उसके गैंग के सदस्य पूरी तरह एक्टिव है. राजस्थान और पंजाब में पिछले कुछ वक्त में हुई बड़ी वारदातों में लॉरेंस गैंग का हाथ रहा है.

संपत नेहरा गैंग

संपत नेहरा और लॉरेंस बिश्नोई की गैंग साथ मिल कर कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुकी है. लॉरेंस के साथ ही संपत भी पुलिस की गिरफ्त में है. नेहरा तिहाड़ जेल में बंद है. लेकिन उसकी गैंग राजस्थान में पूरी तरह एक्टिव है. संपत नेहरा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही पंजाब में सिद्धू मुसावाला हत्याकांड के लिए गाड़ियां उपलब्ध करवाई थीं. संपत नेहरा जेल से बैठ कर गैंग को ऑपरेट कर रहा है.

लादेन गैंग

गैंगस्टर विक्रम गुर्जर जो ‘लादेन’ के नाम से गैंग ऑपरेट कर रहा है. विक्रम गुर्जर को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लादेन मूलतः पहाड़ी थाना बहरोड जिला अलवर का निवासी है जो गम्भीर प्रवृति अपराधी है जिसके विरुद्ध लूट, डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, मारपीट, आर्म्स एक्ट और आबकारी अधिनियम के विभिन्न थानों में करीब 27 प्रकरण दर्ज है. विक्रम उर्फ लादेन ब्याज में रूपये देने का धंधा, फिरौती के रूपये ऐंठना आदि अपराध करता है.

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