बीकानेर,खुशालदास विश्विद्यालय हनुमानगढ़ द्वारा निर्मल कुमार रांकावत को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी है। उन्होनें *”बुलाकी शर्मा के साहित्य में व्यंग्य लेखन की बहुआयामी प्रतिबद्धता”* विषयक
शोध कार्य डॉ. शिवचरण शर्मा(सेवानिवृत प्राचार्य) आचार्य, श्री खुशालदास विश्वविद्यालय के निर्देशन में किया है ।
राकावत बीकानेर मूल के हैं तथा वर्तमान में राजकीय डूंगर महाविद्यालय के हिंदी विभाग में सहायक आचार्य (हिंदी) के पद पर पदस्थापित है।
इनके शोध का विषय बुलाकी शर्मा द्वारा सृजित समस्त व्यंग्य साहित्य रहा जिस पर इनके शोध पत्र यूजीसी से मान्यता प्राप्त पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए।
राकावत ने अपने शोध प्रबंध में श्री बुलाकी शर्मा द्वारा प्रणीत समस्त व्यंग्य साहित्य को आधार बनाते हुए हिंदी व्यंग्य साहित्य में उनके अवदान को विशेष रूप से रेखांकित किया है।
विदित रहे कि राजस्थानी व हिंदी भाषा के ख्यातनाम व साहित्य अकादेमी से सम्मानित व्यंग्यकार श्री बुलाकी शर्मा के व्यंग्य साहित्य पर यह प्रथम शोध प्रबंध है ।