बीकानेर,नया साल 2023 हम सब से बस 1 दिन दूर है और हम सभी उसके स्वागत के लिए उत्सुक भी हैं। हर साल नए वर्ष पर लोग नया रेजोल्यूशन लेते हैं। यह अपनी सेहत को दुरुस्त बनाने के लिए, जिम जाने के लिए, मोटिवेट होने के लिए, परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए या किसी अन्य पहलू से जुड़ा हुआ भी हो सकता है। किंतु आप कितने ऐसे लोगों को जानते हैं जो वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर और सुदृढ़ बनने के लिए नए वर्ष पर कोई रेजोल्यूशन लेते हैं? आइए इस नए वर्ष का स्वागत हम वित्तीय रूप से जागरूक और सशक्त होने के रेजोल्यूशन के रूप में लेकर करें।
अपनी वेल्थ को क्रिएट करने के लिए इसी 1 जनवरी से एक नया संकल्प लें, जो कि किसी नई एसआईपी की शुरुआत करके हो सकता है, किसी स्टॉक में स्टॉक एसआईपी के रूप में हो सकता है, आप वित्तीय सुनिश्चित का अपनाने के लिए किसी प्रकार का टर्म प्लान अथवा हेल्थ प्लान ले सकते हैं या अगर आपके पास में अच्छा पैसा बचत के रूप में पड़ा है तो पीएमएस जैसे साधन में निवेश करने का फैसला भी कर सकते हैं। क्योंकि जीवन में वित्तीय रूप से सुदृढ़ बनना सबसे जरूरी कदम है और यह उठाने में हम अक्सर लापरवाही कर ही देते हैं या इसे जीवन की सेकेंडरी जरूरत मानकर अक्सर इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
भारत एक ऐसा देश है जिसे वैश्विक पटल पर बचत करने वाले देश के रूप में बहुत अच्छे से जाना जाता है। इसीलिए विगत वर्षों में आई हुई सभी वैश्विक मंदियों से उबरने में भारत को अधिक समय नहीं लगा। किंतु वैश्विक पटल पर वित्तीय रूप से सशक्त बनना अभी भी हमारे जैसे इतने बड़े राष्ट्र के लिए बाकी है। जब हमारे देश का आम आदमी वित्तीय रूप से जागरूक होकर अपनी वित्तीय सुदृढ़ता को सुनिश्चित करने लगेगा तो धीरे-धीरे वैश्विक पटल पर हमारा देश एक वित्तीय सशक्त राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना लेगा।
अपनी वेल्थ क्रिएट करना बहुत आसान है। अक्सर लोग इसे बहुत मुश्किल काम समझते हैं। क्योंकि अक्सर लोग पैसा बचा तो लेते हैं किंतु उसे सही जगह पर निवेश नहीं करते हैं। बचत वाले उपलब्ध साधनों में पैसा डालने से धीरे-धीरे महंगाई दर के कारण आपके पैसे की वैल्यू कम ही होती है, क्योंकि वहां से जो राशि जनरेट होती है, वह महंगाई दर को चुनौती देने में सक्षम नहीं होती और वह महंगाई दर से कम होती है। इसलिए ₹100 बचत में डाल कर उसके ऊपर पाया गया ₹5 का ब्याज महंगाई दर से कम होता है। अतः रिवर्स कैलकुलेशन के अनुसार आपका ₹100 आने वाले समय में बचत वाले साधनों में पड़ा रहकर वैल्यू को कम कर लेता है। उदाहरण के लिए एफडी से मिलने वाला ब्याज 4 से 6% के बीच में रहता है जबकि वर्तमान में महंगाई दर 6.7% के आसपास चल रही है। यही कारण है कि आम आदमी बचत तो कर लेता है किंतु वेल्थ क्रिएट नहीं कर पाता।
किसी भी स्कूल कॉलेज अथवा पाठ्यक्रम में कभी भी यह नहीं सिखाया जाता कि आप अपने पैसे से और अधिक पैसा कैसे बना सकते हैं। इसके लिए आपको स्वयं ही वित्तीय रूप से जागरूक होना पड़ेगा। अपनी बचत वाले पैसे से और अधिक पैसा बनाने के लिए आपको अपने वित्तीय सलाहकार से फाइनेंसियल एजुकेशन लेना बहुत जरूरी है। बाजार में यह भ्रांति भी है कि स्टॉक मार्केट, इक्विटी मार्केट या म्यूचुअल फंड में केवल पैसे वाले लोग ही पैसा बना सकते हैं। किंतु यह सच नहीं है। सच यह है कि छोटी-छोटी राशि लंबे समय के लिए निवेश करके इन साधनों के द्वारा आप अच्छी वेल्थ बना सकते हैं।
विद्यार्थी, ग्रहणी या नौकरी वाले तथा व्यवसाय करने वाले सभी प्रकार के लोग टॉप मार्केट में डिमैट अकाउंट अथवा मीटर फंड के जरिए निवेश करके लंबी अवधि में एक अच्छी वेल्थ बना सकते हैं। लोगों में बहु प्रचलित एसआईपी तो ₹500 जैसी निम्न राशि से भी शुरू की जा सकती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि लोग अपनी वेल्थ क्रिएशन पर ध्यान दें। अगर वे वित्तीय रूप से सुदृढ़ हो जाएंगे तो वर्तमान जीवन में आने वाली अधिकांश मुसीबतों का सामना अच्छे से कर लेंगे।
इसलिए हमारा आम लोगों से यही मशविरा रहेगा कि वे छोटी-छोटी राशि से ही सही किंतु अपनी वेल्थ क्रिएशन पर ध्यान दें और इसे अपने जीवन की प्रायोरिटी बनाएं।