बीकानेर,भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का बीकानेर पहुंचते ही भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान पार्टी की आपसी फूट भी सामने आ गई। वसुंधरा राजे से जुड़े युआईटी (नगर विकास न्यास) के पूर्व चेयरमैन महावीर रांका का स्वागत ही सबसे शानदार रहा। बीकानेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। यहां तक कि पोस्टर में भी उनका फोटो नहीं था।
अरुण सिंह के बीकानेर पहुंचने से पहले जयपुर रोड पर रांका ने भव्य स्वागत कार्यक्रम रखा। इस दौरान सड़क पर करीब एक किलोमीटर तक भाजपा के झंडे के पर्दे लगाए गए। सफेद रंग के लंबे-चौड़े शामियाने में सैकड़ों कार्यकर्ता अरुण सिंह का इंतजार कर रहे थे। पूरे बीकनेर में पचास से ज्यादा होर्डिंग लगाए गए। अरुण सिंह का स्वागत किया गया। खास बात ये थी कि हॉर्डिंग्स में छोटे नेताओं के फोटो थे, लेकिन अर्जुनराम का फोटो नहीं था। यहां तक कि शहर अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह और देहात अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत का फोटो भी था, लेकिन अर्जुनराम का कहीं कोई जिक्र नहीं था।
लेकिन अरुण सिंह ने किया जिक्र प्रदेश प्रभारी महावीर रांका के इस भव्य और भारी भीड़ वाले स्वागत समारोह में गए। वहां उन्होंने सांसद अर्जुनराम मेघवाल का जिक्र किया। उन्होंने कोरोना काल में रांका की ओर से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि तब मैं और अर्जुनराम मेघवाल राजस्थान के हालात की लगभग हर रोज समीक्षा कर रहे थे। हमने हर स्तर पर राजस्थान का सहयोग किया है।
चांदी की तलवार, चांदी के करणी माता की प्रतिमा भेंट
इसी समारोह में महावीर रांका ने प्रदेश प्रभारी को चांदी की तलवार और चांदी की परत वाले करणी माता की प्रतिमा भी भेंट की। उनके स्वागत में ऊंट, पुष्प वर्षा सहित अनेक आकर्षक आयोजन हुए। यहां तक कि स्वागत में आए रांका समर्थकों के भोजन तक की व्यवस्था की गई।
पहले से विवाद है
दरअसल, महावीर रांका ओर अर्जुनराम मेघवाल के बीच पहले से विवाद है। लोकसभा चुनाव में भी ये विवाद खुलकर सामने आया था। तब रांका बीकानेर के बजाय अन्य जिले में व्यस्त रहे।