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बीकानेर,ओवरएज अभ्यार्थियों को नियमित नहीं किये जाने के सरकार के नये नियम के विरोध में पिछले एक पखवाड़े से शिक्षा निदेशालय के समक्ष धरना दे रहे धरनार्थियों ने आज अनूठा प्रदर्शन करते हुए इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर श्रमदान कर अपना विरोध दर्ज करवाया। पब्लिक पार्क स्थित इंदिरा फाउण्टेन में किये गये श्रमदान में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा व पार्क की साफ सफाई की गई। प्रदर्शनकारियों ने रोष जताया कि संविदा नियम 2022 के तहत विद्यालय सहायक पद के लिए ग्राम पंचायत सहायकों व अन्य संविदाकर्मियों को शामिल किया जा रहा है। इसमें शर्त रख दी गई है कि 45 साल से अधिक उम्र वाले संविदाकर्मी नियमित नहीं हो सकेंगे। इन संविदाकर्मियों का कहना है कि जब उन्होंने नौकरी ज्वाइन की थी, तब उनकी उम्र 45 साल नहीं थी । उसी आधार पर नियमित किया जाना चाहिए। उम्र में शिथिलन नहीं मिलने की स्थिति में संविदा से नियमित करने का कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। न सिर्फ उम्र बल्कि संतान और पुराने अनुभव को लेकर भी शिथिलन की मांग की जा रही है। दरअसल, बड़ी संख्या में बेरोजगार पिछले पंद्रह से बीस साल से संविदा पर काम कर रहे हैं। ऐसे में तीस से पैंतीस साल की उम्र में जिन्होंने संविदा पर काम शुरू किया था, उन्हें अब बाहर करने से नुकसान होगा। ऐसे कर्मचारी उम्र के इस पड़ाव में कोई अन्य कार्य नहीं कर सकेंगे। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें दो से अधिक संतान के नियम में भी शिथिलन दिया जाए। पूर्व में उनके लिए ऐसा कोई नियम नहीं था। बडी संख्या में संविदाकर्मियों के तीन बच्चे भी है। उन्हें भी नियमित नहीं किया जा रहा है। साथ ही पिछले वर्षों के अनुभव को जोड़ते हुए उसका लाभ दिया जाना चाहिए।

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