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बीकानेर,यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के दामाद, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के पति और राहुल गांधी के जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा व उनकी मां से जुड़ी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी की राजस्थान के सरहदी जिले बीकानेर में विवादित जमीन खरीद की ईडी जांच रद्द करने की मांग वाली याचिका पिछले हफ्ते 22 दिसम्बर को खारिज कर दी गई थी।

राजस्थान हाईकोर्ट से उन्हें राहत नहीं मिलने पर राजस्थान बीजेपी ने वाड्रा, गांधी परिवार और राजस्थान की गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसी मुद्दे पर प्रेस वार्ता कर राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत से सवाल किया है कि मामले पर कब चुप्पी तोड़कर जवाब देंगे या कोई एक्शन लेंगे।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरूवार को जयपुर में अपने निवास पर स्थित जनसंवाद केंद्र पर प्रेसवार्ता बुलाकर कहा- राजस्थान और हिन्दुस्तान की जनता ने बहुत सब्र कर लिया। लेकिन सब्र की सीमा तब टूटी है, जब नेहरू-गांधी खानदान पर सीधे-सीधे उंगली उठ रही है। 2008 से 2013 के कार्यकाल में 125 बीघा जमीन इसी कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ऐसे व्यक्ति को आवंटित कर दी। जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था। बाद में जब कनेक्शन देखा गया, तो रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां की कम्पनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का उसमें सीधे-सीधे जुड़ाव महसूस किया गया। बाद में मामला हाईकोर्ट में गया। सुनवाई शुरू होने पर जब चर्चा हुई। तो वाड्रा को फिक्र हुई। कोर्ट में इस मामले को खारिज और निरस्त करने के लिए याचिका लगाई गई। लेकिन ये मामला अब दोबारा सुर्खियों में आया है, क्योंकि हाईकोर्ट ने उनकी अपील को निरस्त कर कहा है कि अभी इस पर सुनवाई जारी रहेगी। यह एक तरह से एडमिशन है कि कानूनी, परम्परागत और सामाजिक तौर पर रॉबर्ट वाड्रा और उनके परिवार की मिलीभगत इस लैंड अलॉटमेंट में रही है।

ऐसा लगता है नमक में आटा है
पूनिया बोले- भ्रष्टाचार कर कांग्रेस ने पिछले 55 सालों में देश और प्रदेश में लूट का खेल खेला। लेकिन राजस्थान के किसानों की जमीनों को हड़पने का काम करना और वाड्रा को बेनामी तरीके से जमीनें आवंटित करना। फिर हाईकोर्ट का ईडी की जांच रद्द करने से इनकार करना इस बात को पुख्ता करता है कि इसमें केवल आटे में नमक नहीं है, ऐसा लगता है कि नमक में आटा है। पूनिया ने कहा- बीजेपी के प्रवक्ता ने परसों पूरी बात मीडिया के सामने रखी है। ये जिन्दा मक्खी निगलने जैसा मामला है।

रॉबर्ट वाड्रा माफिया से कम कुछ नहीं
सतीश पूनिया ने कहा-सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा राजस्थान के किसानों की जमीन हड़पने वाले माफिया से कम कुछ नहीं है। जिस तरह कांग्रेस के मुख्यमंत्री और सरकार ने इस पर पर्दा डालने की कोशिश की है, यह हमारे लिए आश्चर्य और ताज्जुब की बात है। शुचिता और नैतिकता की बात करने वाले मुख्यमंत्री को पब्लिक डोमेन में भी जनता ने स्पष्ट जवाब दिया था कि तबादलों में भ्रष्टाचार होता है।

राहुल चुप्पी कब तोड़ेंगे, एक्शन कब लेंगे
पूनिया बोले- राजस्थान की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री से हमने कुछ सवाल किए थे। अब राहुल गांधी से मेरा सवाल है कि यहां उनकी सरकार है और राहुल के रिश्तेदार के खिलाफ सीधे-सीधे किसानों की जमीनें हड़पने का मामला है, तो राहुल उस पर चुप्पी कब तोड़ेंगे। प्रतिक्रिया कब देंगे और एक्शन कब करेंगे। अगर यह झूठ है तो साबित करें। अगर सच है तो रॉबर्ट वाड्रा की ओर से हड़पी गई 125 बीघा जमीन किसानों को वापस कब मिलेगी। राजस्थान सरकार उस पर कब पहल करेगी।

दामादश्री को खुश करने के लिए गलत तरीके से जमीनें दीं
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा-मेरा सीधा-सीधा सवाल है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दामादश्री को खुश करने के लिए कानून की अनदेखी करते हुए गलत तरीके से ये जमीनें स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी को दीं। ऐसा लगता है कि राजस्थान की जनता और किसानों से उनका बहुत सरोकार नहीं है। मंशा ऐसी लगती है- ना खाता ना बही, सोनिया गांधी जो कहे वही सही। इस तर्ज पर वो राज चला रहे हैं। स्काईलाइट कंपनी के ही महेश नागर ने एसएलपी दायर कर जांच रोकने की मांग की थी, उसे कोर्ट ने नकार दिया है। स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां की कंपनी है। जिसकी याचिका से कानूनी वैधता नहीं थी। मामला गम्भीर था इसीलिए हाईकोर्ट ने कानूनी तौर पर उसके ऑब्जर्वेशन का आदेश दिया था।

भगवान श्रीराम से राहुल गांधी की तुलना चाटुकारिता की हद
सतीश पूनिया ने कहा-राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भगवान श्री राम के बारे में कांग्रेस की धारणा समय समय पर बदलती रहती है। कांग्रेस की चाटुकारिता की पराकाष्ठा है कि सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी की तुलना भगवान श्रीराम से की है। जिन्हें रामजन्मभूमि, रामसेतु पर ऐतराज था। जो जय सियाराम और जय श्रीराम के भेद को नहीं जानते वो ऐसे बयान दे रहे हैं। जबकि राजस्थान में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने जब राहुल गांधी की तुलना महात्मा गांधी से की। तो खुद राहुल गांधी ने कहा था कि मेरी तुलना गांधीजी से नहीं की जा सकती है, फिर उनकी तुलना भगवान श्रीराम से कैसे की जा सकती है।

क्या है पूरा घटनाक्रम
22 दिसंबर को राजस्थान हाईकोर्ट ने स्काईलाइट कंपनी की जमीन खरीद मामले की ईडी जांच रद्द करने की याचिका खारिज की है। जिसके बाद बीजेपी ने मंगलवार को गांधी परिवार को भारतीय राजनीति का सबसे भ्रष्ट परिवार बताया है। साल 2008-13 के दौरान पिछली गहलोत सरकार के वक्त ये जमीन खरीफ फरोख्त और आवंटन हुए थे। फिर बीजेपी सरकार आने पर खुलासा होने पर एफआईआर हुई। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया गांधी परिवार को कट्टर पापी परिवार तक कहा। साथ ही वाड्रा पर किसानों की जमीनें हड़पने और जमीन की खरीदारी में फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगाए। भाटिया ने कहा था कि जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी तो उस समय किसानों की जमीनें हड़पी गई। ये कट्टर पापियों का काम है, कट्टर बेईमान कौन हैं, वो देश जान गया है। राजस्थान हाईकोर्ट में गांधी परिवार की पोल खुल गई है। क्योंकि गांधी परिवार के तीन सदस्य भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर बाहर हैं। उनका एकमात्र मकसद भ्रष्टाचार करना और वाड्रा को जमीन हड़पकर सौंपना है। देश के सबसे भ्रष्ट परिवार का जेल से बाहर होना भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस वाली सरकार के लिए चिंता की बात है।

सुरजेवाला ने प्रियंका के पति वाड्रा को परेशान करने का आरोप लगाया
कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर झूठ का सहारा लेकर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को परेशान करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी के बयान के बाद मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए भाजपा झूठ का सहारा ले रही है। मोदी सरकार अपना संतुलन खो चुकी है, क्योंकि वह भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से घबराई हुई है। सुरजेवाला बोले-भाजपा राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर अपना लक्ष्य हासिल करना चाहती है। वाड्रा तो धोखाधड़ी के शिकार हैं।

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