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बीकानेर-मुकेश कुमार ने बताया कि निगम में एक शिष्टमंडल के साथ ज्ञापन देकर 30.11.2022 को दिया ज्ञापन को याद दिलाते हुए कहा कि जागरूक नागरिक कहीं हो रहें अतिक्रमण, वगैर अनुमति के किए जा रहे निर्माण सहित एक हादसे के बाद से अंडर ग्राउंड व बालकानी निर्माण पर लगभग दस वर्षों से प्रतिबंध होने के बाद भी किए जा रहे निर्माण की सूचना दिए जाने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर शून्य ही रह जाती है।

मुकेश कुमार ने बताया कि ऐसे ही मामले में 30.11.2022 को श्यामसुन्दर द्वारा निगम कार्यालय मे उप आयुक्त ज्ञापन मय निर्माणधीन मकान के फोटो के वगैर अनुमति निर्माण व बालकनी निकाले जाने की सूचना दी गई पर उप आयुक्त द्वारा 04.12.2022 को मौका मुआयना करवाया जिसमें पाया कि वगैर अनुमति के निर्माण हो रहा है। तत्पश्चात मोहम्मद हारून को 05.12.2022 को नोटिस के माध्यम से स्पष्ट किया गया था कि सात दिवस में कार्यालय में समस्त निर्माण करवाने की अनुमति ली गई के दस्तावेज पेश करें ।
मुकेश कुमार ने बताया कि बालकानी नहीं निकालने को पाबंद किया गया था । सात दिन बीत जाने के बाद भी मोहम्मद हारून द्वारा कोई दस्तावेज पेश नहीं किया गया न ही निर्माण बंद किया बल्कि निर्माण कार्य वादस्तूर आज भी जारी है। और बालकानी आपके पाबंदी नोटिस के बाद भी निगम के अधिकारी कर्मचारीयों से शिष्टाचार भेंट के बाद पाबंद नोटिस कि धज्जियां उड़ाते हुए भटिंडा रेलवे लाइन के पास संगम बाल विद्यालय वाली गली में मोहम्मद हारून द्वारा निगम से वगैर अनुमति के मकान का निर्माण सहित बालकनी निकाली गई है। को हटाया जाए साथ ही करीब छः फुट चैड़ी पक्की बनी गली में जिसमें मकान के प्रवेश द्वार की ऊंचाई (कुर्सी) करीब चार फुट रखने का मतलब गली को लगभग दो फुट घर में जाने के लिए सिडिया बना कर कब्जा किया जाना है। यह भी रूकवाया जाएं । निगम के आदेश की पालना नहीं होने के कारण दुसरा नोटिस भी संबंधित अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी हो गया लेकिन मिली भगत के कारण आज तक तामिल ही नहीं करवाया गया । इससे स्पष्ट है कि निगम कि मिली भगत से अवेध निर्माण करवाया जा रहा है। बालकनी अंडर ग्राउंड की रोक के बाद भी तथा पाबंद नोटिस के बाद भी बालकानी, बनवाया जा रही हैं। पहले की तरह ही आने जाने में लोग हादसे का शिकार होते रहेंगे। ऐसे में इस मौहल्ले के बाहर के लोग तो मंदिर दर्शक करने व बच्चों को स्कूल छोड़ने भी इनकी हठधर्मिता के कारण नहीं आ पाते हैं।
जबकि निगम आयुक्त निर्माण अनुमति लिये हो रहे निर्माण की जांचने तो पहुंच जाते हैं जबकि निगम का क्षेत्र नहीं होने के बाद भी लोगों के साथ मारपीट करने लगते हैं। जिससे दोनों पक्षों के मुकदमे दर्ज होते हैं। और निगम आयुक्त को निलंबित भी किया गया है।

इसी तरह जयपुर के बगरू की महिला मनोलिसा की हत्या बगरू में हुई थी उक्त महिला का अंतिम संस्कार भी बगरू श्मशान में ही किया गया जब की तत्परता दिखाते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र बीकानेर नगर निगम द्वारा जारी कर दिया इस प्रकार के नियम विरुद्ध कार्य करने में तो नगर निगम तत्परता दिखाता है। कही देर ना हों ।
ज्ञापन देने वालो मे श्यामसुन्दर, हितेन्द्र, देवकिशन, रामकुमार, ब्रदी, राजू, रामदयाल, पवन कुमार, जितेन्द्र, किशन आदि शामिल थे।

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