बीकानेर,दहशतगर्दों ने बीकानेर की शांति को एक बार फिर भंग कर दिया है। नापासर थाना क्षेत्र के एक ढाबे में एक दूसरे पर गोली चलाने की वारदात सामने आई है। घटना बीती रात की बताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोईन खान व रानीसर बास निवासी मूलचंद उर्फ मूलाराम सहारण के पैर में गोली लगी। बताया जा रहा है कि बीती रात एक ही गुट के आठ लड़के गणगौर ढ़ाबे में खाने पीने गए थे। दारू के नशे में मोईन व मूलाराम के बीच विवाद हुआ बताते हैं। प्राथमिक जानकारी के अनुसार पुलिस सूत्रों का कहना है कि मोईन ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इस पर मूलाराम ने मोईन के पैर पर गोली चला दी। मोईन ने पिस्तौल छीनकर वापिस मूलाराम के पैर पर गोली चला दी। बताया जा रहा है कि इसके बाद मोइन छिप गया। वहीं मूलाराम अपने साथियों के साथ अल्टो व कैंटर गाड़ी में फरार हो गया। अनुमान है कि वह बीकानेर से बाहर चला गया। रात दो ढ़ाई बजे मोईन ने अपने पिता को फोन किया बताते हैं। तब उसे पीबीएम अस्पताल लाया गया। सूचना पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई।
चौंकाने वाली बात यह है कि फायरिंग की घटना के काफी देर बात तक नापासर पुलिस को भनक तक नहीं लगी। ऐसे में नापासर पुलिस की मुस्तैदी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।मामला काफी देर बाद संज्ञान में आया तब मूलाराम की तलाश के लिए नाकाबंदी करवाई गई, मगर मूलाराम अब तक हाथ नहीं लगा है।
नापासर थानाधिकारी महेश शिला ने आठ बदमाशों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है। थाने से मिली जानकारी के अनुसार आज शाम मोईन खान, समीर कोहरी, दीपेंद्र,अनिल विश्नोई, विक्रम,विराट शर्मा, मूलचंद व रामू को नामजद किया गया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 336 आईपीसी व 3/25 तथा 3/27 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी महावीर प्रसाद के सुपुर्द की गई है।
बता दें कि मोईन नयाशहर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। हाल ही में उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई थी। वह 307 के एक मामले में न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल में बंद था। 16 दिसंबर को ही हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर आया। वहीं अन्य सभी आरोपी भी बदमाश प्रवृत्ति के हैं। इनका पहले से आपराधिक रिकॉर्ड बताया जा रहा है।