बीकानेर,नाबार्ड बीकानेर तथा आरसेटी-बीकानेर द्वारा स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारियों हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में मुख्य रुप से स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारियों को बैंक कठिबंधन हेतु भारत सरकार की नीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया. नाबार्ड द्वारा स्वयं सहायता समूहों को डिजिटल माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहॅुच बनाने के लिए बैंकिंग करोसपोन्डेंट के रुप में कार्य करने हेतु प्रशिक्षण तथा परीक्षा शुल्क के रुप में सहायता के लिए पंचायत समितियों में स्वयं सहायता समहों की महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया गया. कार्यशाला में उपस्थित पुरुष सदस्यों को डिजिटल फ्राड से किसानों तथा बैंक खाताधारकों को जागृत करने हेतु सुविधाये उपलब्ध करवाने के लिए नाबार्ड के सहयोग के बारे में नाबार्ड, जिला विकास प्रबंधक बीकानेर श्री रमेश ताम्बिया द्वारा बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक कहता की आनलाईन साईट समय से अपडेट रहने के लिए माध्यम का उपयोग करने हेतु मार्ग प्रशस्त किया गया. स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को पंचसूत्र के माध्यम से काम करने तथा पुरुष सहभागियों को संयुक्त देयता समूह के माध्यम से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत पशुपालन तथा डेयरी उघमिता के लिए बैंकों से कडिबंधन हेतु जागृत किया गया. कार्यशाला के दौरान नाबार्ड द्वारा उघमिता विकास क लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रमाण पत्र वितरित किये गये. श्री सीताराम द्वारा नाबार्ड तथा राजीविका को इन प्रमाण पत्र के माध्यम से स्वयं सहायता समूह तथा संयुक्त देयता समूहो को बैंकों से ऋण लेने में होने वाली सहलियत के बारे में बताते हुए बैंको से जुडने में सहयोग करने के बारे में विस्तार से बताया.
कार्यशाला के दौरान आरसेटी निदेशक द्वारा 2023-24 के दौरान आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों तथा संयुक्त देयता समूहों को अपने नामांकन दर्ज करने हेतु आग्रह किया. नाबार्ड द्वारा इस विषय पर सफलता की कहानियों के अंतर्गत बीकानेर जिले में स्वयं सहायता समूहों तथा सफल उघमी के रुप में संयुक्त देयता समूहों के रुप में पशुपालन तथा अन्य उत्पादन करते हुए आय अर्जन करने वाले समूहों के फिल्म दिखाते हुए सभी को भविष्य में अपना रोजगार स्थापित करने हेतु प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना तथा सूक्ष्म एवं लघु उघम योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु योजनाओं को विस्तार से समझाया तथा बैंकों के माध्यम से ज्यादा ज्यादा किसानों तथा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओ को लाभान्वित करने हेतु प्रयास करने हेतु कार्यशाला में सहभागिता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.