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बीकानेर.जिले में महिलाओं से बलात्कार, चोरी और हत्या की वारदातें बढ़ी हैं। इन वारदातों से जिले की शांति-व्यवस्था भंग हुई है। वहीं पुलिस से आमजन का विश्वास उठ रहा है।

राहत वाली बात यह है कि लूट व डकैती की घटनाएं इस साल गिनी-चुनी हुई हैं। पुलिस के आंकड़ों की मानें, तो इस साल हर तरह के अपराध में इजाफा हुआ है।

हर साल बढ़ रहे मामले

जिले में हर साल अपराध के आंकड़े बढ़ रहे हैं। वर्ष 2020 में नवंबर तक आइपीसी में कुल 4013 मामले दर्ज हुए, जबकि वर्ष 2021 में 4338 एवं वर्ष 2022 में 5022 मामले दर्ज हो चुके हैं।

आंकड़ों पर गौर करें, तो नवंबर तक ही 684 मामले अधिक दर्ज हो चुके हैं। महिला अत्याचार से संबंधित मामले भी अधिक सामने आए हैं। धारा 304 आइपीसी में पिछले साल 14 और इस साल 21, दहेज प्रताड़ना के पिछले साल 469 एवं इस साल 536, छेड़छाड़ के इस साल पिछले साल की तुलना में 282 मामले दर्ज हुए, जो पिछले साल से 61 मामले अधिक हैं।

अब आरएनसीमामलों में जोर

साल के अंतिम माह में पुलिस थानों में लोकल एक्ट यानी आरएनसी, जुआ, सट्टा-पर्ची के मामलों में पुलिस अधिक कार्रवाई कर रही है। कई परिवारियों से पुलिस परिवाद लेकर जांच में रख रही है। इन मामलों से पुलिस अपराध के आंकड़े भी बढ़ते हैं और निस्तारण का प्रतिशत भी बढ़ता हैै।अपराधों पर एक नजर

वर्ष अपराध मुकदमा वर्ष मुकदमा

2021 हत्या 45 2022 57

2021 बलात्कार 165 2022 179

2021 डकैती 0 2022 1

2021 अपहरण 97 2022 141

2021 नजबजनी 145 2022 204

2021 चोरी 435 2022 594

पुलिस योजनाबद्ध तरीके से कर रही है काम

पुलिस ने कई अलसुलझे प्रकरणों का पटाक्षेप किया है। अपराध बढ़े जरूर हैं, लेकिन कोई भी मामला अनसुलझा नहीं है। सरकार की मुकदमा दर्ज करने की छूट के चलते दर्ज मामलों की संख्या अधिक है। पुलिस का अपराधियों पर नियंत्रण है। चोरी, नकबजनी को लेकर पुलिस योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है।

अमित कुमार बुड़ानिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर)

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