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बीकानेर,सीएम गहलोत ने कहा कि ‘दक्षिण भारत में हिन्दी का विरोध होता था, तो उत्तर में हम अंग्रेजी का विरोध किया करते थे. मैं सोचता था कि इंग्लिश हमारे किस काम आएगी?’जस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  को अपने ऊपर पछतावा क्यों हो रहा है? उन्हें बचपन में अंग्रेजी भाषा का विरोधी होने पर अब अफसोस हुआ है. उन्होंने सबके सामने खुलकर मंच से अंग्रेजी बोलने की बात कही. दरअसल, गहलोत सरकार ने राजस्थान में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किया है.

सभी ब्लॉक स्तर पर बच्चों को इंग्लिश मीडियम के स्कूल में पढ़ने का अवसर मिले, इसके लिए सरकार की ये पहल थी. इसी सिलसिले में अशोक गहलोत ने बताया कि बचपन में उन्होंने अंग्रेजी का विरोध किया था, जिसका मलाल उन्हें अभी भी है.

जयराम रमेश के बहाने बताई पूरी बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘मैं खुद बचपन में अंग्रेजी के खिलाफ था. दक्षिण में हिन्दी के खिलाफ आंदोलन करते थे, तो उत्तर में इंग्लिश के खिलाफ आंदोलन होता था. मैं सोचता था कि अंग्रेजी हमारे किस काम आएगी? अब जब जयराम रमेश को सुनता हूं, तो सोचता हूं कि उनकी तरह क्यों नहीं बोल पाता? अंग्रेजी इंटरनेशल भाषा बन गई है.’महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल राजस्थान सरकार ने साल 2019 में छात्रों को अंग्रेजी मीडियम शिक्षा की सुविधा के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल की शुरुआत की थी. सरकारी स्कूल में गरीब घर के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके. इन स्कूलों के बच्चों को हाईटेक पढ़ाई मिल इसके लिए भी कोशिश की है. उस स्कूल में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी सरकार ने प्रयास किया है.

राज्यों में जिला और ब्लॉक स्तर पर 205 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए थे. उसके बाद अभी तक कुल 1206 महात्मा गांधी राजकीय (अंग्रेजी मीडियम) विद्यालय खोले जा चुके हैं. यह सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है.

‘कांग्रेस फिर से सत्ता में वापस आएगी’
अशोक गहलोत ने दावा किया कि अगले साल होने वाले चुनाव में अपने मजबूत काम की वजह कांग्रेस फिर से सत्ता में वापस आएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान का जो मॉडल तैयार किया गया है, वैसा देश में कहीं नहीं है. राजस्थान में हमने 4 सालों में ऐसे काम किए हैं जो अब तक किसी राज्य में नहीं हुए.पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था, लेकिन वे अब मुकर रहे हैं.

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