जामसर,बीकानेर से 25 किलोमीटर गंगानगर रोड़ पर स्थित जामसर धोरा धाम पर बाबा गंगाईनाथ जी समाधि स्थल सेवा समिति द्वारा योगेश्वर बाबा गंगाईनाथजी के निर्वाण दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों की पूरी तैयारी की गई है। बाबा गंगाईनाथ जी का 39वां निर्वाण दिवस 19 दिसम्बर सोमवार पौष कृष्ण एकादशी (सफला एकादशी) को है। प्रतिवर्ष की भांति बाबा के निर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर 18 दिसम्बर को भव्य रात्रि जागरण, भक्ति संध्या व संत समागम होगा। बाबा गंगाईनाथजी के निर्वाण दिवस पर आयोजित दो दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए साधु-संतों का आगमन शुरू हो चुका है वहीं सेवा समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता तन-मन-धन से सेवा में जुटे हुए हैं। समाधि स्थल सेवा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेन्द्रपाल शर्मा ने बताया कि 18 दिसम्बर को भजन संध्या व संत समागम तथा भंडारे के लिये जामसर धोराधाम पर टैंट, दरियों, रोशनी आदि सहित बाहर से आने वाले साधु-संत-महात्माओं तथा श्रद्धालुओं के रहने की पूरी व्यवस्था की गई है। भक्ति संध्या व रात्रि जागरण में भजन गायक मंडलियों व आस-पास के भजन गायकों द्वारा निर्गुण वाणियों व भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी जिसका श्रद्धालुजन रसास्वादन करेंगे।
बाबा गंगाईनाथजी की पुण्यतिथि 19 दिसम्बर को सुबह विशेष पूजा व आरती के बाद संत महात्माओं को भंडारा महाप्रसादी होगी उसके बाद आम श्रद्धालुओं, भक्तजनों, ग्रामीण व शहरों से आये सभी स्त्री-पुरुषों, बच्चों को महाप्रसादी की व्यवस्था रहेगी। बाबा गंगाईनाथ जी समाधि स्थल सेवा समिति के प्रौढ़ व युवाओं द्वारा टीम बनाकर सभी व्यवस्थाओं को जिम्मेदारी से संभाला गया है। बाबा गंगाईनाथजी के निर्वाण दिवस पर होने वाले दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम में सैकड़ों साधु-संत-महात्मा तथा हजारों श्रद्धालुओं, भक्तजनों के आगमन को देखते हुए पुलिस थाना जामसर के सीआई इन्द्रकुमार के निर्देशानुसार थाना पुलिस के स्टाफ द्वारा प्रतिवर्ष की भांति यातायात व कानून व्यवस्था को सुचारू करने के लिए जामसर धोरा धाम का जायजा लिया गया तथा सेवा समिति के पदाधिकारियों से विचार विमर्श किया गया।
इस अवसर पर युवाओं की टीम के साथ-साथ सेवा समिति के एडवोकेट सुरेन्द्र पाल शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार पन्नालाल नागल, कमलेश शर्मा, गणेश प्रजापत, रामलाल प्रजापत, श्याम बाबू शर्मा, योगेन्द्र शर्मा, कन्हैयालाल पुरोहित, कानाराम धोलेरा, रामूराम धोलेरा, जगदीश बिष्ट, पदमाराम खारा, मोहन मोदी, श्यामसुंदर शास्त्री, करणीराम नागल जामसर, कालूसिंह धोलेरा तथा अन्य कार्यकर्ता व्यवस्थाओं को सुचारू करने में शामिल हैं।