जयपुर, “मैं भी बाल सरपंच” अभियान में नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने “बाल प्रतिनिधि” से संवाद किया। ऑनलाइन हुए इस सत्र का विषय “प्रशासनिक सेवा और राजनीतिक चुनौतियां” था। यह वही “बाल प्रतिनिधि” बच्चे थे जो राजस्थान भर में हुई बाल पंचायतों से चुनकर आए थे। इस ऑनलाइन सत्र का संचालन डिजिटल बाल मेला की प्रिया शर्मा ने किया साथ ही जयपुर से लावण्या, श्रीगंगानगर से हिमांशु पूनिया और करौली से रमाकांत शर्मा ने वेलकम स्पीच, अतिथि परिचय और धन्यवाद ज्ञापन दिया।
अपने संवाद के दौरान विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने “मैं भी बाल सरपंच” अभियान का जिक्र करते हुए इस अभियान को बदलाव की किरण बताया। उनका कहना था कि विदेशों में भी जन सभाओं में बाल प्रतिनिधि की व्यवस्था है जिनमें एक बाल प्रतिनिधि सभी बच्चों की बात राजनेताओं के सामने रखता है। अगर इस अभियान की वजह से राजस्थान या पूरे देश में भी ऐसी कोई आधिकारिक व्यवस्था विकसित होती है तो यह अभियान एक मिसाल कायम करेगा।
शाम 5 बजे आयोजित हुए इस ऑनलाइन सत्र में बच्चों ने कई सवाल भी नोखा विधायक से किए। जोधपुर के महेश पटेल ने पूछा कि “प्रशासनिक विकास कार्य कहीं न कहीं राजनेताओं के कारण दब कर रह जाते है इसपर आपका क्या मानना है” । इसका उत्तर देते हुए मुख्य अथिति ने बताया कि “जनता ने जिस भी सरकार को चुनती है उसके अधीन प्रशासनिक कार्यप्रणाली आती है और सरकार का जो भी लक्ष्य होता है वह उसे पूर्ण करती है। ऐसे में दबाव बनाना सरकार की कुनितियों को दर्शाता है और तो और सरकार पर प्रश्न भी खड़ा करता है”।
वहीं चूरू से जीतेश डूडी ने सवाल करते हुए पूछा कि “राजस्थान में बढ़ रहे गैंग वॉर पर आपका क्या विचार है”। जिसका जवाब देते हुए विधायक महोदय ने बताया कि “राजस्थान गैंग वार के अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है, दिन दहाड़े लोगो की हत्या हो रही है यह एक गंभीर विषय है। इसका मतलब यह भी नहीं कि पुलिस कुछ नहीं कर रही है सीकर में हुए हत्या कांड में पुलिस ने 24 घंटों में ही अपराधियों को पकड़ लिया यह एक सराहनीय कार्य है। इसपर सरकार को सख्त कार्यवाही करने की जरूरत है”।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कुल 1 घंटे चले इस कार्यक्रम में राजस्थान के 7 संभागों से बच्चे जुड़े थे। डिजिटल बाल मेला की जान्हवी शर्मा ने बताया की “मैं भी बाल सरपंच” अभियान के तहत इस प्रकार के ऑनलाइन सत्र आयोजित होते रहेंगे।