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बीकानेर,बीकानेर में पहली बार हृदय की अतिजटिल मानी जाने वाली बेंटॉल सर्जरी कर मरीज को नया जीवन दिया गया है। कार्डियोवैस्कुलर थोरेसिक सर्जन डॉ जयकिशन सुथार की टीम द्वारा स्थानीय निजी अस्पताल एपेक्स हॉस्पिटल में इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के संबल से नोखा मंडी निवासी 64 वर्षीय हड़मानाराम उपाध्याय को एक तरह से नाउम्मीदी से निकालकर नया जीवन दे दिया है। नॉर्थ इंडिया के गिने चुने केन्द्रों पर ही अब तक बेंटॉल सर्जरी हो पाई है। सर्जरी द्वारा हृदय की महाधमनी को कृत्रिम ग्राफ्ट द्वारा व खराब वाल्व को कृत्रिम वाल्व द्वारा बदला गया और कोरोनरी धमनियों को कृत्रिम ग्राफ्ट में जोड़ा गया है। आम भाषा में कहें तो बाईपास सर्जरी इसका एक छोटा सा हिस्सा मात्र है। सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि लगभग 6 से 10 लाख तक का खर्च वाली ये सर्जरी मात्र 2.5 लाख रूपए में हो गई जिसका भुगतान भी चिरंजीवी योजना के तहत बीमा कंपनी द्वारा किया जाएगा, मरीज का एक पैसा भी नहीं लगा।

जैसा कि पुत्र लालचंद ने बताया, फल-सब्जी विक्रेता हड़मानाराम को पिछले कुछ दिनों से अचानक छाती में असहनीय दर्द , बेचैनी, घबराहट की समस्या हुई थी । मरीज को स्थानीय बागड़ी जिला अस्पताल मे दिखाया जहां पर उन्हें पीबीएम के हल्दीराम कार्डियोवैस्कुलर सेंटर रेफर कर दिया गया । यहाँ जांच में पता चला कि हृदय की मुख्य महाधमनी इतनी मोटी थी कि वह फटने वाले थी, जिसने हृदय के वाल्व को भी खराब कर दिया था। साथ ही मे हार्ट की पंपिंग भी काफी कम ( ईऍफ़ लगभग 20- 25%) हो गई थी जिस वजह से उन्हें बेंटॉल सर्जरी ( BENTALL Surgery) करवाने की सलाह दी गई जो नॉर्थ इण्डिया के गिने चुने अस्पतालों में ही होती है। उन्हें एक दुर्लभ बीमारी थी जो 1 लाख लोगों में से एक व्यक्ति को होती है । 50% से अधिक मरीजों की मृत्यु ऑपरेशन के दौरान ही हो जाती है । फिर और पता किया तो सर्जरी के लिए लगभग 6 से 10 लाख तक का खर्च बताया एवं मरीज को ऑपरेशन के दौरान जान जाने का खतरा भी बताया। इतनी बड़ी सर्जरी का नाम एवं इतने सारे पैसों की व्यवस्था न होने के कारण परिजन काफी घबरा गए। आखरी उम्मीद के तौर पर हार्ट सर्जन डॉ जयकिशन सुथार को दिखाया। उन्होंने ऑपरेशन के लिए हामी भरी एवं परिजनों को ऑपरेशन को हाई रिस्क भी बताया। कार्डिक साइंस मैनेजर सचिन सुथार ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत एक भी पैसा नहीं लगेगा एवं सर्जरी बिल्कुल निशुल्क हो जाएगी ।

लगभग 7 घंटे चला यह जटिल आपरेशन सफल रहा और मरीज अब बिल्कुल स्वस्थ है। जैसा कि हडमानाराम बताते हैं कि उन्हें चिरंजीवी होने का आशीर्वाद मिला है। घर में 2 दिसम्बर को शादी समारोह है, अब वे भी वर-वधु को ह्रदय से आशीर्वाद देने घर जा पाएंगे।

*क्या है बेंटॉल सर्जरी ?*
डॉ जय किशन सुथार ने बताया कि एक प्रकार की कार्डियक सर्जरी है, जिसमें हृदय की महाधमनी को कृत्रिम ग्राफ्ट द्वारा व खराब वाल्व को कृत्रिम वाल्व द्वारा बदला जाता है और कोरोनरी धमनियों को कृत्रिम ग्राफ्ट में जोड़ा जाता है ।

*बेंटॉल सर्जरी की आवश्यकता क्यों है ?*
*महाधमनी प्रत्यावहन ( Aortic Regurgitation) – जब हृदय का महाधमनी का वाल्व ठीक से बंद नहीं होता है ।
*मार्फन सिंड्रोम – जन्म से एक बीमारी जो महाधमनी की दीवार की मोटाई को कमजोर कर देती है ।
* महाधमनी का धमनीविस्फार ( Aortic Aneurysm) – चौड़ा होना या उसमें सूजन आना ।
*महाधमनी विच्छेदन ( Aortic Dissection) – जब महाधमनी की भीतरी परत फट जाती है ।

*यह थी टीम*
एपेक्स हॉस्पिटल की टीम में कार्डियक सर्जन डॉ जयकिशन सुथार, कार्डियक एनेस्थेटिक डॉ गिरीश तंवर,कार्डियक आईसीयू डॉ विश्वजीत शेखावत , परफ्यूजनिस्ट पवित्र चौहान, कार्डियक साइंस मैनेजर सचिन सुथार, श्रवण चाडी आदि शामिल रहे ।

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