बीकानेर,ब्रुसेलोसिस का खतरा लगातार बढ़ता नजर आ रहा है। रविवार को दो नए मरीजों में इस बीमारी की पुष्टि होने के साथ ही पीबीएम अस्पताल में एक सप्ताह में छह मरीज सामने आ चुके हैं.इस साल अब तक पीबीएम अस्पताल में ब्रुसेला के 45 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 29 को भर्ती कर इलाज किया गया। हैरानी की बात यह है कि स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग पूर्व में रिपोर्ट किए गए चार मरीजों का अब तक पता नहीं लगा पाया है। ऐसे में निरोधात्मक कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में जानवरों और इंसानों में बड़े पैमाने पर बीमारी फैलने की आशंका है।
रविवार को सामने आए दो नए मरीजों में एक श्रीगंगानगर की 19 वर्षीय युवती और दूसरी नागौर जिले की सात वर्षीय बालिका है. ऐसे में कहा जा सकता है कि ब्रुसेला का प्रकोप संभाग सहित आसपास के जिलों में भी फैल चुका है. इसके साथ ही यह आशंका भी है कि समय पर इस बीमारी की पहचान और इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि पीबीएम में भर्ती श्रीगंगानगर के कुपाली गांव की युवती को चार माह से बुखार है. कई जगह इलाज कराने के बाद भी वह ठीक नहीं हुआ तो उसे पीबीएम अस्पताल लाया गया। यहां की जांच में ब्रुसेलोसिस की पुष्टि हुई है। इस बालिका गृह में गाय, बछड़ा, बैल आदि अनेक पशु हैं। ऐसे में जाहिर सी बात है कि संक्रमित पशुओं की पहचान नहीं हो पा रही है, वहीं बीमार लोगों की समय पर जांच भी नहीं हो रही है.अंतिम चार मरीजों की रिपोर्ट आने के बाद मेडिकल कॉलेज से उनका पता पूछा। अब तक कोई जवाब नहीं आया है। सोमवार को इस पर वापस जांच करेंगे। जिले भर में सभी को निर्देशित किया गया है कि ब्रुसेला के संदिग्ध मरीज कहीं भी मिले तो उनकी जांच की जाए। – डॉ. मोहम्मद अबरार, सीएमएचओ बीकानेर