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बीकानेर,जिला पुलिस अब अपनी खुद की एक फोरेंसिक टीम तैयार करने जा रही है। यह टीम चोरी, मर्डर या हो बलात्कार की वारदात मौके से साक्ष्य-सबूत जुटाएगी। इसके लिए योग्य पुलिस जवानों का चयन कर रही है। चयनित प्रक्रिया पूरी होने पर जवानों को फोरेंसिक एक्सपर्ट अधिकारियों से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण 15 से एक महीने का होगा। प्रशिक्षण बीकानेर िस्थत फोरेंसिक लैब एवं जयपुर में दिलाया जाएगा। इसके साथ-साथ जयपुर से भी फोरेंसिक विभाग में दक्ष अधिकारी पुलिस जवानों को प्रशिक्षित करेंगे। पुलिस के जवानों की फोरेंसिक टीम बनाने का पहला नवाचार बीकानेर पुलिस कर रही है। यह सफल रहा तो इसे प्रदेशभर में अपनाया जा सकेगा।

एमओबी-एमएसयू शाखा मिलकर करेंगी काम
मॉड्यूज ऑपरेंडी ब्यूरो (एमओबी) एवं मोबाइल स्पेशल यूनिट (एमएसयू) मिलकर घटनास्थल के एविडेंस कलेक्ट करने का काम करेंगी। अब तक फोरेंसिक टीम ही यह काम करती आई है। अब यह टीमें डिजिटल एवं साइंटिफिक एविडेंस कलेक्ट करेंगी। साथ ही यह टीमें डिजिटल एविडेंस के अलावा फुट प्रिंट, फिंगर प्रिंट संग्रहित करने का काम भी करेंगी। इनके साथ-साथ सीओ कार्यालय में तैनात एक-एक जवान को भी फाेरेंसिक काम के लिए एक्सपर्ट बनाया जाएगा ताकि वे एमओबी-एमएसयू टीम के सपोर्ट में काम कर सकें। पुलिस की फोरेंसिक टीम हार्डकोर व हिस्ट्रीशीटर के मामले में डिजिटल एविडेंट संग्रहित करेंगी। ऐसे अधिकारियों को सहयोग करेंगी जो डिजिटल एविडेंट कलेक्ट नहीं कर पाते हैं।

इनका होगा चयन
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार बुड़ानिया ने पुलिस की फोरेंसिक टीम के चयन के लिए योग्य जवानों को चयन करने का काम शुरू कर दिया है। फोरेंसिक टीम के लिए पुलिस जवानों की मैथ्स व बायोलॉजी में 12वीं उच्च अंक प्राप्त करने वालों का प्राथमिकता दी जाएगी। साथ वे जवान को इस कार्य में रुचि रखते हैं।

यूं चलेगी चयन प्रक्रिया
पुलिस लाइन से 50 पुलिस जवानों ने फोरेंसिक टीम में शामिल होने के लिए रुचि दिखाई। पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर ने आठ जवानों का चयन किया है। इन सभी को एक महीने तक फोरेंसिक टीम कैसे काम करती है, डिजिटल के साथ-साथ फुट प्रिंट, फिंगर प्रिंट व अन्य साक्ष्य जुटाती है इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद आठ में से सर्वश्रेष्ठ चार जवानों का स्थायी चयन किया जाएगा। इसके बाद सीओ कार्यालय से एक-एक जवानों चयन कर ट्रेनिंग दी जाएगी। आगामी दो माह में पुलिस अपनी खुद की 10 जवानों की फोरेंसिक टीम होगी।

पुलिस होगी मजबूत
पुलिस अपनी फोरेंसिक टीम बना रही है। योग्य जवानों का चयन कर रहे हैं। चयनित जवानों को फोरेंसिक लैब बीकानेर में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। साथ ही जवानों को जयुपर आरपीए में भेजकर ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इसके अलावा सीओ कार्यालय में पदस्थापित एक-एक जवानों को भी फोरेंसिक का प्रशिक्षण देकर तैया किया जाएगा। यह एमओबी व एमएसयू टीम को हर वारदात में डिजिटल एविडेंस कलेक्ट करने में सपोर्ट करेंगे। इस तरह का प्रदेश में बीकानेर पुलिस पहली बार नवाचार कर रही है।
अमित कुमार बुड़ानिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर

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