बीकानेर,राज्य भर में 250 से अधिक डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.El.Ed.) कॉलेज हैं, लेकिन अधिकांश निजी हैं। ऐसे में अब राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में बीकानेर और अजमेर में दो नए डीएलएड कॉलेज शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।राज्य सरकार ने इसके लिए स्वीकृति दे दी है, लेकिन राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया होनी है। ऐसे में अगले सत्र में सरकारी डीएलएड कॉलेज अस्तित्व में आ जाएंगे।
कभी बीएसटीसी के नाम से जाने जाने वाले इस कोर्स को अब डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीईएलएड) कहा जाता है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अधीन विभागीय निबंधक शिक्षा कार्यालय इसके लिए प्री परीक्षा लेता है। इसी आधार पर राज्य भर के डी.एल.एड कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है। मौजूदा समय में ज्यादातर डीएलएड कॉलेज निजी हैं, जहां छात्रों को पूरे कोर्स के लिए पचास हजार रुपये से अधिक खर्च करने पड़ते हैं। इसी दौरान प्रदेश के दो शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय बीकानेर व अजमेर में यह कोर्स शुरू करने की मांग उठाई गई। जिसे पिछले दिनों शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने मंजूरी दी थी।
वर्तमान में बीकानेर और अजमेर में शिक्षक प्रशिक्षण के लिए सरकारी कॉलेज हैं, अब यहां डीएलएड किया जा सकता है। मान्यता के लिए दोनों कॉलेज अपने-अपने स्तर पर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता के लिए आवेदन करेंगे। चूंकि दोनों के पास कॉलेज के रूप में बड़ा कैंपस है, इसलिए मान्यता में कोई दिक्कत नहीं होगी।डी.एल.एड कॉलेज के प्राचार्य व व्याख्याता के लिए भी विभाग के पास पहले से ही काफी स्टाफ उपलब्ध है। उम्मीद है कि अगले सत्र में दोनों कॉलेजों में 100-100 सीटें उपलब्ध होंगी। सरकारी होने के कारण यहां फीस भी काफी कम होगी।