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बीकानेर.समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा बुधवार को बीकानेर के दौरे पर रहीं. इस दौरान बीकानेर में स्वयंसेवी संगठनों के साथ बैठक कर शर्मा ने समाज कल्याण बोर्ड की ओर से सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर सुझाव लिए. वहीं विमंदित गृह और नारी निकेतन का भी दौरा किया.

दो दिन पहले पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा के जिला कलेक्टर को कार्यक्रम से बाहर निकालने के मामले में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा कि सरकार योजनाओं को बनाती है.धरातल पर उन योजनाओं को अधिकारी लागू करवाते हैं. अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों को मिलकर काम करना चाहिए. बीकानेर दौरे पर आईं समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने स्टांप पेपर पर लड़कियों को बेचने के मामले को लेकर कहा कि ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है, लेकिन इसे मुद्दा बनाया जा रहा है. बीकानेर दौर पर रहीं अर्चना शर्मा। उन्होंने कहा कि महिलाओं, बालक-बालिकाओं, दिव्यांगजन और वृद्धजनों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है. इस वर्ग के कल्याण के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है. शर्मा ने बुधवार को सर्किट हाउस में स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार समाज कल्याण को लेकर विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही हैं और धरातल पर इन योजनाओं का आमजन को लाभ मिल रहा है. इस बात से साबित होता है कि अबूझ सावे में भी राजस्थान में एक भी बाल विवाह नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संगठनों के साथ बैठक में कई तरह के सुझाव आए हैं और इन सुझावों को बोर्ड की बैठक में लेकर सरकार के स्तर पर भिजवाए जाएंगे ताकि आमजन को कुछ बेहतर लाभ मिल सके.

बैठक कर लिए सुझाव : स्वयंसेवी संगठनों के साथ बैठक में शर्मा ने कहा कि समाज के वंचित वर्गों में सामने आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए नीतिगत प्रयासों के तहत बोर्ड का पुनगर्ठन किया गया है. बोर्ड का प्रयास रहेगा कि सभी फ्लैगशिप व जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिले. इसके लिए नियमित रूप से विभाग और अधिकारियों से फीडबैक लिया जा रहा है. स्वयंसेवी संगठनों की इन वर्गों के उत्थान में सरकार के साथ अहम भागीदारी की सराहना करते हुए शर्मा ने कहा कि मानवता की सेवा सबसे बड़ा धर्म है. एनजीओ संवेदनशीलता के साथ बेहतरीन कार्य कर रहे हैं.स्वयंसेवी संगठन बोर्ड को इन वर्गों के उत्थान के लिए नए सुझाव भिजवाएं जिससे आगामी बजट में इन प्रस्तावों को शामिल करवाया जा सके. ये निर्देश दिए : शर्मा ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, महिला अधिकारिता, बाल अधिकारिता व अन्य सम्बंधित विभागों से कार्य का फीडबैक लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. शर्मा ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में महिला तस्करी रोकने की दिशा में सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि महिला उत्थान के लिए समाज कल्याण विभाग महिला स्वयं सहायता समूहों के निर्मित उत्पादों के विपणन के लिए प्लेटफार्म तैयार करवाएं. उन्होंने कहा कि अधिक संवेदनशीलता की आवश्यकता वाले तबके के कल्याण के लिए सम्बंधित विभाग समन्वय करते हुए कार्य करें.

समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि नशामुक्ति व नवजीवन योजना के तहत पात्रों के पुनर्वास के लिए काम किया जाए. साथ ही इस दिशा में जागरूकता की भी आवश्यकता है. उन्होंने सभी एनजीओ से आवश्यकतानुसार लिखित में सुझाव व प्रस्ताव भेजने की बात कही. इस अवसर पर विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार ने जिले की प्रगति से अवगत करवाया. बैठक में बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक कविता स्वामी, समाज कल्याण अधिकारी वाजिद खान, सुनीता गौड़, गजेन्द्र सिंह सांखला, महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र की मंजू नांगल सहित एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.विमंदित पुनर्वास गृह पहुंची : बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने बुधवार को पवनपुरी स्थित विमंदित पुनर्वास गृह (सेवा आश्रम) का अवलोकन किया. शर्मा ने बच्चों के बीच बैठकर उनका हाल जाना. उन्होंने संस्था को विमंदित बच्चों के लिए किए जा रहे सेवा कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाए. मनोज कुमावत ने संस्था का अवलोकन करवाया.

नारी निकेतन का किया निरीक्षण : समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष ने बालिका और शिशु गृह, बालिका संप्रेक्षण गृह और नारी निकेतन का निरीक्षण किया. यहां आवासित बालिकाओं और महिलाओं से संवाद किया. उन्होंने नारी निकेतन की अधीक्षक शारदा चौधरी तथा सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग कविता स्वामी से इन संस्थानों की व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया और अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए.

करणी माता मंदिर में किए दर्शन,शर्मा ने देशनोक स्थित विश्व प्रसिद्ध करणी माता मंदिर में दर्शन किए तथा प्रदेश में अमन और खुशहाली की कामना की. मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें मंदिर के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बताया.

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