बीकानेर,जिला पुलिस के करीब दर्जनभर ऐसे थाने जिनकी सीमांओं में काफी विसगंतिया होने के कारण कानूनी पेच उलझ जाता है। ऐसे में जहां एक ओर कानून और व्यवस्था की स्थिति को दुरुस्त रखने में दिककत होती है,वहीं पीडि़तों को शिकायत करने के लिए लंबा चक्कर काटना पड़ता है। पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार नया शहर और बीछवाल थाना हल्कों के कई इलाकों को लेकर असंमजस के हालात रहते है। इनमें रामपुरा बस्ती और मुक्ता प्रसाद कॉलोनी का बड़ा इलाका भी शामिल है। इन इलाकों में अपराधिक वारदात घटित होने पर कई बार अंसमजंस की स्थिति खड़ी हो जाती है। इसी तरह गंगाशहर और नया शहर थाने की परिधि में आने वाली मुरलीधर व्यास कॉलोनी के कई सैक्टरों और गलियों को लेकर अंसमंजस की स्थिति खड़ी हो जाती है। इसी तरह सेरूणा और नापासर थाना इलाके की सीमा में आने वाले कई गांवों को लेकर इसी तरह की हालत खड़े हो जाते है। यदि कोई तत्काल घटना हो जाये तो थाने से मौके पर पहुंचने तक के लिए भी पुलिस को आधे घंटे का समय लग जाता है। पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो यह हालात एक-दो थानों की सीमाओं को लेकर नहीं बल्कि जिला पुलिस के अधिकांश थाना इलाकों की सीमाओं को लेकर कायम है। कोलायत सर्किल के कई गांव तो ऐसे है जो कोलायत थाने से कम दूरी पर होने के बावजूद थाना हल्का गजनेर के दायरे में आते है।
ऐसा ही आलम खाजूवाला,बज्जू,पूगल,दंतौर और छत्तरगढ़ थानों की सीमाओं को लेकर भी कायम है। इन इलाकों में कई गांव ऐसे है जो नजदीकी थानों के बजाय दूरी वालें थानों के दायरे में आते है। आला पुलिस अधिकारी अब इस समस्या को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। विभाग अब थानों की सीमाओं का नए सिरे से परिसीमन कर क्षेत्रों को विभाजित करेगा।