बीकानेर,बीकानेर केन्द्रीय कारागार में फिर एक बंदी के पास मोबाइल मिला है। बंदी को मोबाइल एक पुलिस कांस्टेबल ने मुहैया कराया। जेल प्रशासन ने बंदी और पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ बीछवाल पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। जिला पुलिस ने कांस्टेबल के इस कृत्य की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भिजवा दी है।
बीछवाल एसएचओ महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि सर्वोदय बस्ती निवासी रमजान पुत्र अहमद हसन बीकानेर केन्द्रीय में बंद है। जेल प्रशासन को उसकी हरकतें संदिग्ध लगने पर निगरानी रखी जा रही थी। शनिवार को जेल प्रशासन की ओर से बंदी के बैरक व सामान की तलाशी ली गई। तब बंदी रमजान के पास दो मोबाइल मिले। जेल प्रशासन ने मोबाइलों के बारे में पूछताछ की तो उसने चालानी गार्ड में शामिल कांस्टेबल राजेन्द्र कुमार मीणा का नाम लिया। जेल प्रशासन की ओर से जेल प्रहरी अरुण मीणा की तरफ से बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया गया है। एसएचओ शर्मा ने बताया कि बंदी से पूछताछ और जांच में कांस्टेबल की भूमिका सही पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों को रविवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
कांस्टेबल निलंबित, मुख्यालय भेजी रिपोर्ट
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि कांस्टेबल राजेन्द्र कुमार मीणा पुलिस लाइन में पदस्थापित है। वह जेल से बंदियों को पीबीएम लाने-ले-जाने वाली चालानी गार्ड टीम में शामिल हैं। दो दिन पहले चालानी गार्ड पीबीएम से जेल में गया था तब उसने बंदी को मोबाइल उपलब्ध कराए। कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी गई है।
सामान मिलना आमबात
बीकानेर जेल में धूम्रपान सामग्री, बंदियों की बैरकों में मोबाइल, सिम व चार्जर बरामद होते रहे हैं। इतना ही नहीं वर्ष 2018 में 13 मार्च से 18 मार्च तक चलाए गए विशेष सर्च अभियान के दौरान जेल में 40 मोबाइल, सिम व चार्जर मिले थे। यह मोबाइल गटर, दीवार व जमीन में गढ़े मिले थे। बीकानेर जेल में जैमर काम नहीं कर रहे जबकि जेल में बैठे-बैठे बंदी क्रिकेट सट्टा कर रहे हैं। बंदी हर दिन सोशल मीडिया पर फोटो व लाइव स्टेट्स लगा रहे हैं।
अब तक तीन कार्मिक पकड़े जा चुके
पांच अप्रेल, 2022 को आरएसी का जवान महेन्द्र बिश्नोई की जेल के वाॅच टावर ड्यूटी थी। उसने ड्यूटी के दौरान टावर से पांच मोबाइल जेल में परिसर में फेंके। जेल के सुरक्षा प्रहरी को शक हुआ। जेल में तलाशी की तो पांच मोबाइल मिल गए।
15 सितंबर, 22 को जेल में बंदियों के दो गुटों में झगड़ा हुआ। जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया तब चार बंदियों के पास नौ मोबाइल मिले।
बीकानेर केन्द्रीय कारागार में वर्ष 2020 में एलईडी टीवी में मोबाइल और एक प्रहरी को मादक पदार्थ जर्दे के पैकेट जेल में ले जाते हुए पकड़े गए। दोनों बंदियों के खिलाफ बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया गया था।
24 जुलाई, 2014 को बीकानेर जेल में गैंगवार हुई, जिसमें बंदियों को पिस्तौल मुहैया कराई गई। गैंगवार में कुख्यात बदमाश आनंदपाल सिंह के साथी बलबीर बानूडा सहित रामपाल व जयप्रकाश बंदी की मौत हो गई थी।