बीकानेर,राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर ने इस साल के सालाना अवॉर्ड के तहत बीकानेर मूल के मुम्बई निवासी उस्ताद अली-गनी को समानित करने की घोषणा की है.अकादमी अध्यक्ष बिनाका जेश मालू ने बताया कि अकादमी की साधारण सभा ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है, जिसमें विभिन्न विधाओं में महत्वपूर्ण योगदान के लिए 12 पुरस्कारों के अंतर्गत प्रत्येक को 51 हजार रुपए और ताम्रपत्र प्रदान किए जाएंगे. इनमें सुगम संगीत के लिए मुम्बई निवासी उस्ताद अली मुहम्मद-गनी मुहम्मद को चुना गया है.
संगीतकार और गायक उस्ताद अली-गनी मूलत
बीकानेर के तेजरासर गांव के रहने वाले भाईयों की जोड़ी हैं. उन्होंने सुगम संगीत के क्षेत्र में गजल संगीत के साथ मांड गायकी को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदर के साथ पहुंचाया है. उन्होंने भारत के चोटी के गजल गायकों के लिए यादगार संगीत रचने के साथ कई फिल्मों के लिए भी संगीत निर्देशन किया है. पंकज उधास, मनहर उधास, अनूप जलोटा, रूपकुमार राठौड़ के लिए प्रसिद्ध गजलें संगीतबद्ध की है.
साथ ही जॉन अब्राहम, विद्या बालन आदि अनेक अभिनेताओं ने इनके गजल एलबम्स से करियर शुरू किए. जगजीत सिंह उनकी मांड गायकी की फैन थे. उन्होंने अपने तीन दशक से ज़्यादा लंबे संगीत करियर में मीर तकी मीर, मुमताज़ राशिद, राहत इंदौरी, नुसरत बद्र, इब्राहिम अश्क, सुदर्शन फ़ाकिर, नवाब आरजू जैसे क्लासिक और नामी शायरों की गजलों को संगीत दिया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी उस्ताद अली-गनी को देश -विदेश में मान सम्मान पाते रहे हैं, बीकानेर जिला प्रशासन ने उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया था और हाल ही राज्य सरकार द्वारा स्टेट अवॉर्ड की भी घोषणा हुई है. इन दिनों यह राजस्थानी लोकसंगीत को बड़े फलक पर यथोचित जगह दिलाने के लिए मेगा प्रोजेक्ट की तैयारी कर रहे हैं और नई पीढ़ी तक अपने ज्ञान और अनुभव को पहुंचाने के लिए अपनी जमीन-अपने इलाके बीकानेर में मांड गायकी का शिक्षण संस्थान स्थापित करने की कोशिशों में लगे हैं.