बीकानेर.जिले में ई-रवन्ना का खेल थम नहीं रहा। खनन विभाग और परिवहन विभाग का जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई में उदासीनता बरतना भी संदेह पैदा कर रहा है। खमियाजा ट्रक चालकों व मालिकों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, बीकानेर में फिर फर्जी ई-रवन्ना का खेल पकड़ा गया है। ट्रक मालिक को जब हजारों रुपए के जुर्माने का नोटिस मिला, तो उसे फर्जी ई-रवन्ना का पता चला। पीड़ित ने परिवहन एवं खनन विभाग के अधिकारियों से लिखित शिकायत की है।
पीडि़त की गुहार, जुर्माना निरस्त हो
ट्रेलर चालक धर्मचंद ने बताया कि उसकी गाड़ी से खनन का निर्गमन नहीं किया गया है। जिला परिवहन अधिकारी बीकानेर ने उसके वाहन के खिलाफ 13 हजार रुपए का चालान संख्या 4492 जारी किया है, जबकि निर्दिष्ट कार्य उसके वाहन से नहीं किया गया है। उसने खनन व परिवहन विभाग के अधिकारियों से फर्जी ई-रवन्ना जारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने एवं चालान को निरस्त करने की गुहार लगाई है।
दूसरी कंपनी का ट्रक, नंबर प्लेट दूसरे पर चिपकाई
दी गई शिकायत में पीडि़त ने इंगित किया है कि उसका ट्रक टाटा कंपनी का है, जिसका नंबर आरजे 50 जीए 1535 है। उसे जो ई रवन्ना भेजा गया है, उसमें नंबर प्लेट तो यही है, लेकिन ट्रक अशोक लीलैंड नामक कंपनी का है। इसी से फर्जीवाड़े का पता चल रहा है।
यह है मामला
नोखा के जांगलू निवासी धर्मचंद पुत्र गैनाराम के पास 18 चक्का ट्रेलर आरजे-50 जीए-1535 है। उसकी गाड़ी का 10 अक्टूबर, 2021 को सफायर मिनरल्स, खारी कोलायत बीकानेर से गुजरात के लिए खनिज क्ले का ई-रवन्ना जीबीर-1042656538 और 13 फरवरी, 21 को केके माइन्स एंड मिनरल्स, समारेखी कोलायत से बीकानेर से गुजरात के लिए खनिज क्ले के लिए ई-रवन्ना संख्या क्यूसीवीडी- 1034352949 अवैध तरीके से जारी किया गया। ई-रवन्ना में दर्शाए गए वाहन की फोटो भी अन्य गाड़ी की लगाई गई है और नंबर प्लेट फर्जी लगा रखी है।
इनका कहना है…
मेरे पास कागज आएंगे, तभी कुछ कह सकता हूं। किसी वाहन चालक का फर्जी ई-रवन्ना जनरेट हुआ है, तो वह साक्ष्य प्रस्तुत करे। वह प्रमाणित करे कि उसकी गाड़ी में उस दिन क्ले भरी हुई नहीं थी और दूसरी जगह गई हुई थी। जहां गई हुई थी, वहां की टोल पर्चियां पेश करे। मामले की जांच करा ली जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित खान एवं धर्मकांटे को नोटिस जारी किया जाएगा।
राजेन्द्रसिंह बल्लारा, एमई खनन विभाग