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बीकानेर,उदयपुर जाते समय भीलवाड़ा में कुछ देर के लिए रुके भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम माथुर ने राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है.उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिना मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा हुए भाजपा चुनाव मैदान में जाएगी.

भीलवाड़ा. भाजपा के वरिष्ठ राजनेता व केंद्रीय चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य ओम माथुर जयपुर से उदयपुर  जाते समय थोड़े समय के लिए भीलवाड़ा रुके. इस दौरान माथुर प्रेस से मुखातिब हुए और प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला. साथ ही बड़ा बयान देते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिना मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा हुए भाजपा चुनाव मैदान में जाएगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी का प्राण बताया.ओम माथुर ने गुजरात चुनाव को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि हम गुजरात लगातार जीतेंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में हमारी सीटें जरूर कम हुई थी. उनका एक कारण अलग था. लेकिन इस समय गुजरात प्रदेश का जो वायुमंडल बना हुआ है वह बिल्कुल अलग है. माथुर ने कहा कि मैं गुजरात प्रदेश को पिछले 12 वर्ष से देख रहा हूं. मैं गुजरात में 2002 से प्रत्येक चुनाव में वहां रहा. अब तक वहां 127 हाईएस्ट सीटें भाजपा की आई थी. उससे भी आगे इस विधानसभा चुनाव में सीट लेकर हम सरकार बनाने जा रहे हैं. आप पार्टी हो या कांग्रेस गुजरात में कांग्रेस कहीं नहीं है. वह नीचे गिरे-गिरे कोशिश कर रही है, जबकि आप पार्टी केवल प्रचार के माध्यम से चुनाव मैदान में हैं. आप पार्टी की ओर से केंद्रीय सरकार से ज्यादा ऐड का पैसा खर्च हो रहा है. आप गुजरात में कहीं नहीं हैं, यह 5 तारीख को पता लग जाएगा.

बिना सीएम फेस के चुनाव में उतरेगी भाजपा.सीएम फेस पर के बिना चुनाव मैदान में गएः उत्तर प्रदेश में भी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की घोषणा हुई, उत्तराखंड में भी घोषणा हुई क्या चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित होना चाहिए. इस पर माथुर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी 2017 में घोषणा नहीं हुई थी. 2022 में सिटिंग सीएम थे. पार्टी हर जगह वहां के वायुमंडल को देखकर निर्णय करती है. मैं भी देश के लगभग 9 प्रदेशों का प्रभारी रहा हूं, 9 में से आधे से ज्यादा प्रदेश बिना मुख्यमंत्री के चुनाव मैदान में गए. जैसे महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान में भी हमारा सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा.

2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में उम्र के क्राइटेरिया को लेकर माथुर ने कहा कि हमारे यहां उम्र के लिहाज के लिए शुरू से कह रखा है युवा आगे आने चाहिए. मैं जब आज यहां भीलवाड़ा पहुंचा तो यहां कहीं युवा कार्यकर्ताओं को पहली बार देखा. साथ ही कई ऐसे लोगों को देखा, जिनको पचास वर्ष से देख रहा हूं. हमारा वर्तमान में लक्ष्य नए लोगों को लाने का है. भारतीय जनता पार्टी चुनाव को ध्यान में रखकर काम नहीं करती है, संगठन को ध्यान में रखकर काम करती है. हर छोटे-बड़े चुनाव को चुनौती मानकर भाजपा काम करती है, उनके हर कार्यकर्ताओं को सशक्त करती है.क्या मोदी के नेतृत्व में ही प्रदेश मे चुनाव लड़ा जाएगा इस सवाल पर माथुर ने कहा कि मोदी का नेतृत्व राजस्थान नहीं पूरे विश्व में हैं. मोदी ने पिछले 8 वर्ष में एकदम राजनीति को टर्न डाउन किया. जो राजनीति पहले जातिवाद, क्षेत्रवाद, व्यक्तिवाद व परिवारवाद के आधार पर होती थी वह आज विकासवाद के आधार पर होती है. 2 देशों में चल रहे युद्ध के बीच कोई कल्पना कर सकता है कि 2 देशों में भयंकर युद्ध हो रहा हो हमारे नेता ने दोनों देशों से युद्ध रोक कर हमारे छात्रों को भारत लाया. हमने 60 से ज्यादा देशों में वैक्सीन सप्लाई की. माथुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी का प्राण बताया. राजस्थान में सीएम फेस को लेकर माथुर ने कहा कि मैंने पहले ही कहा है कि ये सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा. हो सकता है चुनाव से पहले करें या चुनाव के बाद करें. मेरी स्ट्रेटेजी राजस्थान मे भारी बहुमत से सरकार बनाने की रहेगी.

राहुल गांधी पूरा कर रहे गांधीजी का सपनाः वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सवाल पर माथुर ने कहा कि मेरा कांग्रेस व राहुल गांधी से आग्रह है कि भारत जोड़ने के बजाए पहले अपनी पार्टी कांग्रेस को जोड़ें, उससे भला होगा. आज राजस्थान कांग्रेस में एक व्यक्ति कुर्सी से चिपका रहना चाहता है व दूसरा व्यक्ति कुर्सी हड़पना चाहता है. कांग्रेस की दुर्दशा पूरे देश में जो हुई है उससे मुझे लगता है कि आजादी के तुरंत बाद जब गांधी जी ने कहा था कि कांग्रेस को खत्म करनाचाहिए वह सपना अब राहुल गांधी पूरा कर रहे हैं.

बीजेपी कैडर बेस पार्टीः प्रदेश भाजपा में जारी खींचतान को लेकर ओम माथुर ने कहा कि बीजेपी को कैडर बेस पार्टी मानकर चलना चाहिए. हमारे यहां संगठन चलाने की व्यवस्था है. हम अभी से ही आगामी चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को रोडमेप दे चुके हैं. इसके लिए हाल ही में झुंझुनू में चर्चा हुई है. हमारे यहां सेंट्रल पार्लियामेंट बोर्ड तय करता है. जब चुनाव का डंका बजता है तो हर एक व्यक्ति के मन में अपेक्षा रहती है. यह निर्णय एक कार्यकर्ता का नहीं होता है, बल्कि सेन्ट्रल बोर्ड तय करता है. माथुर ने वर्तमान का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे अभी 2 राज्यों के चुनाव हो रहे हैं, वहां भी टिकट वितरण केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड ने तय किया. इसी तरह नेता का चयन भी केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है. इस दौरान पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर, भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली, भीलवाड़ा शहर विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ,मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, जिला प्रमुख बरजी बाई भील ,आसींद विधायक जब्बर सिंह सांखला आदि मौजूद थे.

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