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श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर,बीकानेर जिला कुश्ती संगम के संरक्षक अरुण कुमार पांडे ने जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में अपने उद्बोधन में पहलवानों से कहा की शारीरिक ताकत के साथ साथ स्वस्थ मस्तिष्क का होना अति आवश्यक है और स्वस्थ मस्तिक जब होगा जैसे सुडौल शरीर बनाने के लिए कसरत करनी पड़ती है वैसे ही स्वस्थ मस्तिष्क के लिए योग प्राणायाम ध्यान आदि करना पड़ता हें। कुश्ती के दौरान ताकत के साथ-साथ मस्तिक का भी अति महत्व है। श्री अरुण कुमार पांडे बीकानेर जिला कुश्ती संगम के दो दिवसीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने अपने अनुभव पहलवानों के बीच साझा किए। बीकानेर जिला कुश्ती संगम के बैनर तले आज दूसरे दिन कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन वरिष्ठ पहलवान रामकुमार एवं कृष्ण कुमार बिस्सा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पहलवान महेंद्र सिंह चौहान,मान सिंह सिहाग रिटायर्ड असिस्टेंट कमांडेंट,अरुण कुमार पांडे रिटायर्ड जलदाय विभाग एवं जगन पुनियां थे! सभी मेहमानों का स्वागत सेवादल के अनिल व्यास, माणक व्यास, राजकुमार व्यास (नन्नामहाराज), अनिल जोशी,काका राजा व्यास एवं संगम के अध्यक्ष कमल कला ने स्वागत सम्मान किया! संगम के महावीर कुमार सहदेव ने बताया कि परमेश्वर पूनिया,रोमन घोड़ेला, दामोदर पारीक, भोमाराम, लालचंद एवं सरिता विश्नोई ने अपने अपने भार वर्ग में कुश्ती कर विजयश्री प्राप्त की। सभी विजय पहलवान भीलवाड़ा में आयोजित हो रही 2 दिसंबर से 4 दिसंबर2022 तक की राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेंगे। कृष्ण कुमार बीस्सा ने अरुण कुमार पांडे को साफा पहनाकर स्वागत किया एवं कहा कि अरुण कुमार पांडे जैसे व्यक्ति हर शहर में होंगे तो कुश्ती एवं पहलवानों का विकास संभव है।बता दें कि अरुण कुमार पांडे ने कुश्ती के बड़े-बड़े आयोजन कर पहलवान एवं कुश्ती को प्रोत्साहन दिया है। इस कार्यक्रम में अन्य पहलवानो का भी सम्मान किया गया जो कुछ दिन पहले ही पीटीआई लगे थे। संगम के अध्यक्ष एवं संरक्षक अरुण कुमार पांडे ने कहां की पहलवानों के लिए 15 दिवस के अंदर अंदर गद्दे की व्यवस्था की जा रही है मंत्री बीडी कल्ला ने यह बात मैसेज के माध्यम से बताएं। अरुण कुमार पांडे ने बताया कि कुश्ती प्रतियोगिता में बीकानेर को मेडल काफी समय से मिलते रहे हैं और इस बार के आयोजन में भी बीकानेर के पहलवान जरूर गोल्ड मेडल लाएंगे। इस अवसर कुश्ती के कोच रामप्रसाद एवं रामप्रताप उपस्थित रहे। संचालन सामाजिक कार्यकर्ता भूरमल सोनी ने किया।

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