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बीकानेर,पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग गया है, लेकिन बीकानेर में इसका प्रभाव दिखाई नहीं दे रहा है। शुरुआत में दुकानदारों ने सिंगल यूज प्लास्टिक सामान जैसे डिस्पोजेबल ग्लास, प्लेट, चम्मच और अन्य चीजें रखना बंद कर दिया था, लेकिन लगभग पांच महीने बाद एकमात्र बदलाव यह दिखाई देता है कि ये अब दुकानों में छिपे हुए रहते हैं। फल-सब्जी बेचने वाले ज्यादातर सब्जियों के बीच प्लास्टिक की थैलियां छिपाकर रखते हैं । इस मामले की पड़ताल में बताया कि फड़ बाजार समेत शहर के कई इलाकों की कई दुकानेां पर प्रतिबंधित पॉलिथिन और डिस्पोजल आईटमों की थोक के भाव बिक्री हो रही है। इन लोगों ने अपने गोदामों में पॉलिथिन थैलियों और डिस्पोजल आइटमों का सैंकड़ो टन स्टॉक कर रखा है। जो अभी भी दिल्ली और गुजरात से माल मंगवाकर बीकानेर शहर समेत जिलेभर में सप्लाई कर रहे है । इधर नगर निगम प्रशासन का जोर छुटभईये फुटकर विक्रेताओं से जुर्माना वसूली तक सिमित है। इस मामले को लेकर स्टेशन रोड़ पर फल बेच रहे एक ठेले वाले ने बताया कि अब तक दो बार चालान कट चुका है। लेकिन प्लास्टिक की थैलियां ही सस्ती पड़ती हैं। 35 रुपए में प्लास्टिक की 100 थैलियां आ जाती हैं, जबकि अन्य थैलियां 150 रुपए में केवल 80 आती हैं। हम जितना कमाते हैं उससे अधिक खर्चा पड़ जाता है। जानकारी में रहे कि जब सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू हुआ तो नगर निगम ने कहा था कि व्यापारियों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा इसका उल्लंघन करने वालों को दंडित भी किया जाना था। लेकिन न तो जागरूकता अभियान चलाया गया और न ही कार्रवाई की गई।

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