बीकानेर,राजस्थान में ९३ हजार पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती को रद्द कर दिया गया है। सरकारी विद्यालयों में खाली पदों पर अतिथि शिक्षक योजना में ये शिक्षक लगाए जाने थे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल द्वारा सोमवार को अतिथि शिक्षक भर्ती के आदेश स्थगित कर दिए गए हैं। ऐसे में ये भर्ती प्रक्रिया फिलहाल खटाई में पड़ गई है।
दरअसल, राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी की बड़ी लापरवाही की मार ९३ हजार बेरोजगार युवाओं पर भारी पड़ी है। विद्या संबल योजना में विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों की भर्ती में बेरोजगारों से बिना सोचे विचारे आवेदन भरवा लिए गए और अब बिना कोई कारण बताए इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है।
भर्ती स्थगित करने के आदेश में भी कारण नहीं बताया गया ताकि शर्मिंदा नहीं होना पड़े। करीब १५ दिनों तक रात दिन एक करके शिक्षित बेरोजगारों ने पैसे खर्च करके अनेक विद्यालयों में आवेदन किए लेकिन अब इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर इनके साथ भद्दा मजाक किया गया है।
पहले रीट के पेपर का लीक होना, फिर रीट लेवल २ के प्रश्न पत्र का रद्द होना, फिर उसका पुन: आयोजन। अभी तक तृतीय श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया का न शुरू होना और इसी बीच विद्या संबल योजना का झुनझुना। लगे हाथ अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में संविदा भर्ती की बातें।
इन सब बातों से एक बात बिलकुल साफ है की इसके पीछे एक मात्र उद्देश्य बेरोजगारों को येनकेन प्रकारेण सुनहरे सपने दिखाते हुए उलझाए रखना है ताकि उनको कुछ सोचने का समय न मिले। ऊपर से अधिकतर भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों का अभ्यर्थियों से पहले बाजार में पहुंचना कोढ़ में खाज का काम कर रहा है।
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