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बीकानेर, वर्ल्ड डायबिटीज डे  14 नवंबर को पीबीएम अस्पताल के डायबिटीज सेंटर में  सुबह 9 बजे से लेकर  दोपहर 3 तक मनाया जायेगा।

डायबिटीज सेंटर के इंचार्ज, मेडिसिन यूनिट 1 के यूनिट हेड सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर एल ए गोरी के निर्देशन में डॉक्टर  परवेज समेजा, डॉ कुलदीप सैनी, डॉ रवि दत्त रेजिडेंट डॉ अभिलाष,               डॉ कुलदीप, डॉ दशरथ ,डॉ सोहनलाल वर्ल्ड डायबिटीज डे पर मधुमेह रोग से संबंधित सभी जानकारियों का विश्लेषण करंेगे।
डॉ. गौरी ने बताया कि डायबिटीज एक आजीवन रहने वाली बीमारी है। यह एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें मरीज़ के शरीर के रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बहुत अधिक होता है। जब, व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बन पाता है और शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं। जैसा कि इंसुलिन का बनना शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रक्त से शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज़ का संचार करता है। इसीलिए, जब इंसुलिन सही मात्रा में नहीं बन पाता तो पीड़ित व्यक्ति के बॉडी मेटाबॉलिज्म पर भी इसका प्रभाव पड़ता है।

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