बीकानेर,मेवाड़ के पूर्व राजघराने का संपत्ति विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। इसकी वजह है अगले महीने दिसंबर में जी-20 देशों की शेरपा बैठक सिटी पैलेस के दरबार में हॉल में तय की गई है। इन महलों में और भी आयोजन होने हैं।इसको लेकर बड़े भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ के बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर एवं पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी को पत्र लिखकर विरोध जताया है और कहा है कि, यह संपत्ति हिंदू संयुक्त परिवार (एचयूएफ) के रूप में मानी गई है। ऐसे मामलों में उच्च पदस्थ अधिकारियों को विचार कर निर्णय लेना चाहिए ताकि कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन न हो।
सभी संपत्तियां एचयूएफ की
पूर्व राजघराने के सदस्य के रूप में विश्वराज सिंह मेवाड़ ने चिट्ठी में बताया कि मेरे पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ हमारे परिवार के वर्तमान में मुखिया है। सिटी पैलेस, दरबार हॉल, माणक चौक आदि स्थल एचयूएफ की संपत्तियां हैं। इसको लेकर पारिवारिक मुकदमेबाजी बरसों से चल रही है। एचयूएफ की स्थिति को विभिन्न कराधान अधिकारियों और जोधपुर हाईकोर्ट क समक्ष अन्य कार्रवाई में भी स्वीकार किया गया है। उन्होंने पत्र में कहा ऐसे उच्च पदों पर बैठे लोगों से अपेक्षा की जाती है कि वे उन कार्यालयों की गरिमा की रक्षा करें, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्हें कम से कम न्याय निर्णय के अधीन और विवादस्पद मामलों पर पहले से विचार करना चाहिए। ऐसे में निचले अधिकारियों को क्या संदेश भेजा जा रहा है, जिन्हें यह सुनिश्चित करना है कि अदालत के आदेशों और कानून के अन्य प्रावधानों का उल्लंघन न हो।ज्यादातर संपत्ति पर छोटे भाई का कब्जा
मेवाड़ ने पत्र में हाईकोर्ट से संबंधित फैसलों व विभिन्न मामलों में दर्ज याचिकाओं का हवाला दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में सभी पक्षों से आयोजन की स्वीकृति लेनी चाहिए थी जो नहीं ली गई है। आपको बता दें कि मेवाड़ के पूर्व राजघराने की संपत्ति जिसमें सिटी पैलेस भी शामिल है को लेकर दो भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ व अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच विवाद चल रहा है। वर्तमान में पूर्व राजघराने की अधिकांश संपत्ति पर छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ का कब्जा है।