बीकानेर,राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर और राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडॅूंगरगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राज्य स्तरीय कविता समारोह का आगाज शनिवार, 12 नवम्बर से होगा। समिति के अध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि राजस्थान की इक्कीसवीं सदी की हिन्दी कविता: दशा और दृष्टि विषय पर केन्द्रित इस समारोह का उद्घाटन संस्कृति भवन में प्रातः 10 बजे होगा। राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष दुलाराण सहारण की अध्यक्षता व प्रख्यात साहित्यकार-समालोचक नंद भारद्वाज के मुख्य आतिथ्य में उद्घाटन-सत्र में लोकप्रिय साहित्यकार डॉ. सूरज सिंह नेगी, सवाईमाधोपुर व नेमीचंद पारीक, बीकानेर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। विषय प्रवर्तन कवि-समालोचक डॉ. गजादान चारण, सुजानगढ़ करेंगे।
समारोह संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि दो दिवसीय समारोह में 3 चर्चा-सत्र, रात्रि में कवि सम्मेेलन और एक समाहार सत्र होगा। विभिन्न सत्रों में ‘राजस्थान की इक्कीसवीं सदी की कविता और जनवाद विषय पर डॉ. जगदीश गिरि, जयपुर, राजस्थान की कविता और लोक संस्कृति विषय पर डॉ. रमेश मयंक, चित्तौड़, हिन्दी कविता: आश्वस्त स्वर- डॉ. अनिता वर्मा, कोटा, इक्कीसवीं सदी की कविता में प्रेम विषय पर डॉ. रेणुका व्यास ‘नीलम’, बीकानेर, राजस्थान की कविता में युवा कवियों के योगदान व हस्तक्षेप पर डॉ. मदन गोपाल लढा, सूरतगढ और इक्कीसवीं सदी की राजस्थान की कविता में मुखर होती नारी की अंवेर मोनिका गौड़, बीकानेर करेंगी।
समारोह में समूचे रांजस्थान से साहित्यकार, शिक्षाविद, समालोचक, संस्कृतिकर्मी भाग लेंगे।